Saturday, April 20, 2024
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कोरोना का असर: छत्तीसगढ़ में आंगनबाड़ी केंद्रों को भी बंद किया गया, बच्चों और महिलाओं को घर पर पहुंचाएंगे रेडी टू ईट…

आंगनबाड़ी केंद्रों के बंद रहने के दौरान बच्चों की ऐसी जुटान नहीं दिखेगी। बच्चों और शिशवती महिलाओं को उनके घर पर ही खाने की तैयार सामग्री पहुंचाई जाएगी। - Dainik Bhaskar

आंगनबाड़ी केंद्रों के बंद रहने के दौरान बच्चों की ऐसी जुटान नहीं दिखेगी। बच्चों और शिशवती महिलाओं को उनके घर पर ही खाने की तैयार सामग्री पहुंचाई जाएगी।

  • कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये जारी हुआ आदेश
  • समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने दिया था बंद करने का आदेश

रायपुर/ कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम करने की कोशिश में सरकार ने प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी और मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को अगले आदेश तक बंद कर दिया है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिये। आदेश के मुताबिक आंगनबाड़ी बंद होने का असर बच्चों और शिशुओं को दूध पिला रही महिलाओं को दिये जाने वाले पोषण आहार के वितरण पर नहीं पड़ेगा। बच्चों और महिलाओं को विभाग घर पर जाकर रेडी-टू-ईट पैकेट पहुंचाएगा।

आदेश के मुताबिक केंद्रों के बंद रहने के दौरान पात्रता की श्रेणी में शामिल सभी लोगों को रेडी-टू-ईट का वितरण किया जाएगा। 3 से 6 वर्ष के बच्चों को गरम भोजन के स्थान पर 6 माह से 3 वर्ष के बच्चों के लिए निर्धारित रेडी टू ईट तथा गर्भवती महिलाओं को गरम भोजन के स्थान पर बच्चों को दूध पिला रही महिलाओं के लिए निर्धारित रेडी टू ईट का वितरण किया जायेगा। यह सामग्री आंगनबाड़ी केन्द्रों से नहीं दी जायेगी बल्कि लाभार्थी के घर जाकर वितरित की जायेगी। रेडी टू ईट का वितरण जिला स्तर पर तय मीनू के मुताबिक किया जाना है। वहीं आंगनबाड़ी में मौजूद चावल आदि कच्ची सामग्री को सुरक्षित रखने का उपाय करने को भी कहा गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में कल हुई उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने का फैसला हुआ था।

नियमित जांच और टीकाकरण जारी रहेगा

अधिकारियों को कहा गया है, आंगनबाड़ी केंद्रों के बंद रहने के दौरान भी बच्चों की वृद्धि आदि की निगरानी और बच्चों व महिलाओं का नियमित टीकाकरण आदि जारी रहेगा। इसके लिये कोरोना रोकथाम के नियमों का पालन करना होगा। सुपोषण चौपाल और समूहों के साथ बैठकों का कार्यक्रम नहीं होगा।

स्कूल कॉलेज भी बंद

सरकार ने प्रदेश के स्कूलों, कॉलेजों और तकनीकी शिक्षा संस्थानों को भी बंद कर दिया है। इसके आदेश कल रात ही जारी हो गये। 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को छोड़कर शेष स्कूली कक्षाओं में विद्यार्थियों की परीक्षा नहीं ली जाएगी। उन्हें सामान्य प्रोन्नति देकर अगली कक्षा में भेज दिया जाएगा। विश्वविद्यालयों ने सेमेस्टर परीक्षाएं फिलहाल के लिए स्थगित की हुई हैं।

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