कोरबा/मनेंद्रगढ़/बलौदाबाजार/जांजगीर-चांपा: छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बुधवार को भी गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है। मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर 2 लोगों की मौत हो गई है। जबकि एक शख्स घायल है। घटना ग्राम भरतपुर और लरकोड़ा में हुई है। पुलिस ने दोनों मृतकों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को ग्राम भरतपुर निवासी 2 ग्रामीण जयपाल बेनवंश और गणेश मौर्य अपने खेत में काम करने के लिए गए हुए थे। सुबह से लगातार यहां बारिश हो रही थी। दोपहर बाद अचानक यहां तेज बिजली कड़कने लगी। जब तक ग्रामीण कोई सुरक्षित ठिकाना ढूंढ पाते, वे आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
मनेंद्रगढ़ में गाज गिरने से 2 लोगों की मौत।
इसके अलावा ग्राम लरकोड़ा निवासी राम जियावन यादव भी अपने खेत में काम करने के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आ गया और गंभीर रूप से झुलस गया। उसका इलाज जारी है।वहीं मनेंद्रगढ़ के जनकपुर थाने में भी बुधवार को आकाशीय बिजली गिरी, जिसके कारण थाने में लगे कम्प्यूटर्स ने थोड़ी देर के लिए काम करना बंद कर दिया।
मनेंद्रगढ़ के जनकपुर थाने में आकाशीय बिजली गिरने से पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल।
वहीं थाने में मौजूद 3 पुलिसकर्मियों के कान सुन्न पड़ गए, साथ ही उन्हें हल्की चोट भी लगी है। महिला आरक्षक, आरक्षक और प्रधान आरक्षक को प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया है। गनीमत ये थी कि थाने में तड़ित चालक लगा हुआ था, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
पाली विकासखंड के पोड़ी-पाली मार्ग पर निर्मित अस्थायी सड़क का बड़ा हिस्सा पानी में बहा।
कोरबा में लगातार बारिश, सड़क भी बही, डेढ़ दर्जन गांवों का संपर्क टूटा
कोरबा जिले में भी लगातार मानसून की बारिश हो रही है, जिसके कारण जनजीवन अस्तव्यस्त है। स्कूल, ऑफिस और अन्य रोजगार के लिए बाहर निकलने वाले लोग परेशान हो रहे हैं। नालियों में पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर बह रहा है। तेज बारिश के कारण पाली विकासखंड के पोड़ी-पाली मार्ग पर गुंजन नाले पर निर्मित अस्थायी सड़क का बड़ा हिस्सा पानी के तेज बहाव में बह गया है, जिससे लगभग डेढ़ दर्जन गांवों का संपर्क टूट गया है।
कोरबा में लगातार रुक-रुककर हो रही बारिश।
ग्रामीणों की मानें तो रुक-रुक कर हो रही झमाझम बारिश के कारण सड़क पर ये कटाव हुआ है, जिसके कारण उन्हें आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले वर्ष भी यह सड़क तेज बारिश में बह गई थी। इस सड़क बह जाने के कारण पोड़ी और पाली के बीच आवागमन के लिए ग्रामवासियों को लंबी दूरी ग्राम लाफा होते हुए तय करनी पड़ रही है। बच्चों को स्कूल आने-जाने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कोरबा जिले के कई मोहल्लों में पानी भरा।
जांजगीर-चांपा जिले में भी मानसून की बारिश ने भिगोया
जांजगीर-चांपा जिले में मानसून की पहली बारिश ने ही पूरे जिले को भिगोकर रख दिया है। कृषि कार्यों में तेजी देखने को मिल रही है। बीते 24 घंटे से जिले में रुक-रुक कर बारिश हुई है। लगातार हो रही बारिश के कारण शहर के कई वार्ड में जलभराव हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में खेत ओवरफ्लो हो गए हैं। बात जिला मुख्यालय की करें, तो कई जगहों पर पानी निकासी की समस्या देखने को मिल रही है।
जांजगीर-चांपा जिले में खेत पानी से ओवरफ्लो।
बलौदाबाजार में अमेठी एनीकट उफान पर
बलौदाबाजार जिले में पिछले 2 दिनों से हो रही बारिश के चलते महानदी का अमेठी एनीकट उफान पर है, जिससे दर्जनों गांवों का संपर्क टूट गया है। पलारी से कसडोल, सिरपुर, बारनवापारा, तुरतुरिया जाने वाले लोग अमेठी एनीकट से ही शॉर्टकट रास्ते से आवाजाही करते हैं, लेकिन अमेठी एनीकट पर करीब 3 से 4 फीट ऊपर पानी बह रहा है। ऐसे में अब अमेठी से आवाजाही करने वाले लोगों को पलारी कसडोल जाने के लिए काफी लम्बी दूरी तय करनी पड़ेगी।
बलौदाबाजार जिले में बारिश के चलते महानदी का अमेठी एनीकट उफान पर है।
अमेठी, रोहासी, पिपरछेड़ी, रिवासरार, मुड़ीपार, सुकदा, घिरघोल दोनाझार, अर्जुनी, खैरा, पुटपुरा जैसे दर्जनों गांवों के लोग पलारी, बलौदाबाजार, रायपुर जाने इस मार्ग का प्रयोग करते हैं, लेकिन बरसात में 4 माह यह रास्ता बंद हो जाता है। इससे ग्रामीणों को करीब 40 से 50 किलोमीटर लम्बा रास्ता तय कर इन जगहों पर आना पड़ता है।
पहली बारिश में बह गया 16 करोड़ का निर्माणाधीन ब्रिज
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले धमधा ब्लॉक के अंतर्गत 16.40 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा ब्रिज पहली बारिश में बह गया है। बुधवार सुबह जब लोग नदी का जल स्तर देखने गए थे तभी अचानक ब्रिज का स्ट्रक्चर नदी में समा गया। इतनी बड़ी घटना हो जाने के बाद भी मौके पर न तो पीडब्ल्यूडी का कोई अधिकारी पहुंचा न ही ठेकेदार।
पानी के तेज बहाव में बह गया सगनी घाट का ब्रिज।
सगनी गांव के निवासी इतवारी राम साहू का कहना है कि निर्माण घटिया स्तर का हो रहा है। बुधवार सुबह वो लोग नदी का जल स्तर देखने के लिए आए थे। तभी देखा कि ब्रिज का सिल्ली गांव की तरफ का एप्रोच पुल बह गया। लोहे की बड़ी-बड़ी सेंटरिंग प्लेट और सपोर्ट पूरा नदी के पानी में समा गया।
आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ में बढ़ेगा तापमान
मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में आज से बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी और अधिकतम तापमान 4 डिग्री तक बढ़ेगा। प्रदेशभर में आज भी बादल छाए हुए हैं। बीते 24 घंटे में डौंडीलोहारा में 22 सेंटीमीटर, बालोद में 19 सेंटीमीटर, मोहला में 17 सेंटीमीटर, राजिम, डौंडी, धमतरी में 15-15 सेंटीमीटर, छुरिया व गुरूर में 14 सेंटीमीटर, डोंगरगढ़, कुरूद, राजनांदगांव, मगरलोड में 12-12 सेंटीमीटर, महासमुंद, पाटन में 11-11 सेंटीमीटर, गुंडरदेही में 10 सेंटीमीटर, गरियाबंद में 9 सेंटीमीटर।
कई जिलों में रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है।
करतला, दुर्ग, लैलूंगा, भानुप्रतापपुर, अंबागढ़ चौकी, मानपुर, रामानुजनगर में 8-8 सेंटीमीटर, माना, पिथौरा, धरमजयगढ़ में 7-7 सेंटीमीटर, रायपुर, भोपालपट्टनम, अभनपुर, दुर्गकोंदल, रायपुर, चारामा और पुसौर में 6-6 सेंटीमीटर, सरायपाली, खरसिया, नरहरपुर, छुरा, कोंडागांव, रायगढ़ में 5-5 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। इसके अलावा कई स्थानों पर 1-4 सेंटीमीटर तक बारिश हुई है।