BILASPUR: बिलासपुर में नगर निगम की नाली निर्माण के दौरान बड़ी घटना हो गई और करंट की चपेट में आकर एक मजदूर की मौत हो गई। यहां नाली बनाने के लिए खोदे गए गड्ढे के पानी को टुल्लू पंप से निकाला जा रहा था। उसी समय मजदूर वहां काम कर रहा था और उसका पैर बिजली तार को छू लिया, जिससे यह हादसा हो गया। इसमें ठेकेदार की लापरवाही भी सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र की है।
नगर निगम की ओर से बारिश में जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए शहर के अलग-अलग इलाकों में नाली निर्माण कराया जा रहा है। इसी के तहत सिविल लाइन क्षेत्र के वसुंधरा नगर स्थित नोबेल अस्पताल के पास भी नाली बनाने का काम चल रहा है, जिसके लिए गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है। पिछले चार-पांच दिन से लगातार हो रही बारिश के चलते काम बंद था। गुरुवार को यहां मजदूर काम करने पहुंचे थे।
करंट से झुलसकर हुई मजदूर की मौत।
गड्डे से पानी निकालने लगाया था टुल्लू पंप
इस दौरान नाली बनाने के लिए खोदे गए गड्ढे में पानी भर गया था, जिसे निकालने के लिए ठेकेदार ने टुल्लू पंप मंगाया और उससे मजदूरों को पानी निकालने के लिए कहा। यहां डायरेक्ट बिजली कनेक्शन लेकर तार खींचा गया था और टुल्लू पंप चलाया जा रहा था। तभी अचानक दो मजदूर करंट की चपेट में आ गए, जिससे एक मजदूर की मौत हो गई और दूसरा बुरी तरह झुलस गया है। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
भांजे की मौत, मामा गंभीर
नाली बनाने के लिए चकरभाठा क्षेत्र के ग्राम कया निवासी अजय नोनिया सहित उसके रिश्तेदार काम में लगे थे। उसने बताया कि बारिश के बाद गुरुवार से काम शुरू होना था। लेकिन, गड्ढे में पानी भरा हुआ था। ठेकेदार ने पानी निकालने के लिए टुल्लू पंप मंगाया। इसी दौरान उसका भाई धनंजय नोनिया (22) व मामा शिवकुमार नोनिया बिजली तार की चपेट में आ गया, जिससे करंट लगने से दोनों बुरी तरह झुलस गए।
बेतरतीब निर्माण कार्य से लोग भी हैं परेशान दरअसल, पूरी गर्मी निकल गई फिर भी नगर निगम को नाली निर्माण की सुध नहीं आई। अब जब बरसात शुरू हो गई है तो नगर निगम की ओर से नाला और नाली निर्माण कराया जा रहा है। शहर में जगह-जगह नाला और नाली निर्माण चल रहा है, जिससे लोग भी परेशान हैं। क्योंकि, अधूरे निर्माण के कारण जगह-जगह जाम की स्थिति बन रही है।
हादसे के समय भाई और रिश्तेदार भी कर रहे थे काम।
पुलिस बोली- जांच के बाद होगी कार्रवाई
सिविल लाइन टीआई परिवेश तिवारी का कहना है कि अस्पताल से मिले मेमो के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। मृतक के शव का पंचनामा व पोस्टमार्टम के बाद परिजन को सौंप दिया गया है। इस मामले में नगर निगम और बिजली विभाग से जानकारी ली जा रही है। जांच व बयान के आधार पर आगे वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
दो साल पहले हुई थी, चार महीने के मासूम के सिर से उठा पिता का साया
अजय नोनिया ने बताया कि उसके भाई धनंजय की दो साल पहले ही शादी हुई थी। उसका चार माह का एक बेटा भी है। इस हादसे के बाद उसकी पत्नी व परिवारवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। हादसे ने नवविवाहिता का सुहाग छीन लिया है। वहीं,चार माह के मासूम के सिर से पिता का साया छीन लिया है।