Thursday, April 25, 2024
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नक्सली घटना पर रमन सिंह ने सरकार को किया कटघरे में खड़ा, कहा- असम चुनाव है मुख्यमंत्री की प्राथमिकता….

रायपुर। बीजापुर में हुई नक्सल घटना और कोरोना के बढ़ते मामलों पर पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. उन्होंने बीजापुर की घटना की पीड़ादायक बताते हुए कहा कि आज इस परिस्थिति में भी कोई जवाबदार व्यक्ति छत्तीसगढ़ में उपलब्ध नहीं है. मुख्यमंत्री की प्राथमिकता असम चुनाव हो गई है, लेकिन शहीद हुए जवानों के परिजनों को सांत्वना देने के दो शब्द नहीं है. किसी राज्य का मुख्यमंत्री इतना असंवेदनशील नहीं हो सकता.

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर राज्य सरकार पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि रोम जल रहा था और नीरो बंसी बजा रहा है. शहीद जवानों की बॉडी रिकवर नहीं हुई है, और मुख्यमंत्री असम चुनाव में डटे हुए हैं. बस्तर को लेकर यह बार-बार सवाल उठाते थे कि कोई आईजी पदस्थ नहीं है, आज बस्तर में डीआईजी नक्सल सम्भाल रहा है. ये ग़ैर जवाबदार सरकार हैं. गृहमंत्री को अब तक बस्तर पहुंच जाना चाहिये था.

नक्सलियों के जमावड़े की पहले से थी खबर

उन्होंने कहा कि यह सूचना आ रही थी कि बीजापुर के उस इलाक़े में बड़ी संख्या में नक्सलियों का जमावड़ा हो रहा है. फोर्स के पास यूएवी है. लोकेशन ट्रेस करने में मदद ली जा सकती थी, लेकिन जो एहतियात बरतना चाहिए था उसमें कमी देखी गई. दस दिनों के भीतर दो बड़ी घटना घट गई. नक्सलियों के खिलाफ मुँह तोड़ जवाब देने के हम सिर्फ़ बयान सुनते हैं.

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कोरोना की भयावह स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार

कोरोना को लेकर रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भयावह स्थिति निर्मित हो रही है. कोरोना को लेकर भयावह स्थिति बन गई है. कल आँकड़ा छह हज़ार को छू गया. इस स्थिति को बनाने का जवाबदार कौन है? स्वास्थ्य मंत्री कहते हैं कि छत्तीसगढ़ की स्थिति ख़राब होती जा रही है, आईसीयू में जगह नहीं है. मैं खुद कल एम्स से लेकर सरकारी अस्पतालों, निजी आस्पतालों में फ़ोन लगाता रहा, लेकिन एक बेड नहीं मिला.

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क्रिकेट मैच के नाम पर श्मशान घाट में बिठाया

उन्होंने आरोप लगाया कि मौत के आंकड़ों में हेरफेर किया जा रहा है. जितनी मौतें हो रही हैं, उससे कम आँकड़े जारी किए जा रहे हैं. यह अजीब स्थिति है. आज वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं है. सेस के रूप में कोविड के नाम से चार सौ करोड़ रुपए वसूले गए, लेकिन आज तक वेंटिलेटर का अरेंजमेंट नहीं कर सके. राजनीतिक मुद्दा बनाकर वैक्सिनेशन को सरकार टालती रही. गुजरात में क्रिकेट मैच में स्टेडियम ख़ाली रहा, लेकिन रायपुर में हुए मैच में चालीस चालीस हजार लोगों को श्मशान घाट में बिठाया गया.

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