Wednesday, April 24, 2024
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एक हजार एक्टिव केस वाले जशपुर जिले में 11अप्रैल सुबह 6 से 18 अप्रैल सुबह 6 बजे तक टोटल लॉकडाउन; 10वीं बोर्ड की परीक्षा स्थगित…

जशपुर जिले में 11 अप्रैल से 7 दिन का लॉकडाउन लगाया जा रहा है। कलेक्टर महादेव कावरे ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसमें कहा गया है कि 11अप्रैल की सुबह 6 बजे से 18 अप्रैल सुबह 6 बजे तक संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा। इस दौरान जिले की सभी सीमाएं भी सील रहेंगी। जिले में फिलहाल 1000 से ज्यादा एक्टिव केस है। रायगढ़ में भी नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। अब यहां दुकानें सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक ही खुलेंगी।

10वीं की बोर्ड परीक्षा स्थगित, 12वीं की परीक्षा पर फैसला नहीं
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं बोर्ड की परीक्षा को स्थगित कर दिया है। यह परीक्षा 15 अप्रैल से प्रस्तावित थी। बोर्ड ने इसके लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली थी। अब कहा जा रहा है कि परीक्षा का अगला कार्यक्रम हालात सुधरने के बाद ही जारी किया जाएगा। इधर रायपुर जिले में आज शाम 6 बजे से 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक टोटल लॉकडाउन रहेगा। कोरोना संक्रमण को कम कर पाने में नाकाम जिला प्रशासन ने 2 दिन पहले यह फैसला लिया था। अब 10 दिन के लिए जरूरी सामान खरीदने के लिए बाजारों में भारी भीड़ उमड़ रही है। कालाबाजारी की शिकायतों के बीच जिला प्रशासन की ओर से बनाई गई 9 टीमों ने कई थोक और रिटेल व्यापारियों के यहां जाकर जांच की है।

आलू के दाम 20 रुपए किलो तय

आलू-प्याज और दूसरे सामानों के मैक्सिमम रेट तय कर दिए गए हैं। इसके बावजूद कई जगह ब्लैकमार्केटिंग हो रही है।

आलू-प्याज और दूसरे सामानों के मैक्सिमम रेट तय कर दिए गए हैं। इसके बावजूद कई जगह ब्लैकमार्केटिंग हो रही है।

पांच जांच दलों ने आलू के प्रमुख विक्रय केंद्र भनपुरी, डूमरतराई, गुढ़ियारी, गोलबाजार, सन्तोषीनगर और शास्त्री बाजार में दबिश दी। आलू के थोक व्यापारियों के यहां 50 किलो आलू की कीमत 600 रुपए तय की है। इसकी लिस्ट भी लगवाई गई है। प्रशासन ने कहा कि खुले में आलू 20 रुपए किलो से ज्यादा न बिके, नहीं तो कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री बघेल और गृहमंत्री ताम्रध्वज ने लगवाया को-वैक्सीन का पहला डोज

मुख्यमंत्री ने रायपुर मेडिकल कॉलेज पहुंचकर कोरोना से बचाव का पहला टीका लगवाया है।

देश में कोरोना महामारी से बचाने का टीका लगना शुरू होने के 84 दिन बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने इसका पहला डोज लगवाया है। दोनों आज रायपुर मेडिकल कॉलेज स्थित टीकाकरण केंद्र पहुंचे। वहां उन्होंने को-वैक्सीन का टीका लगवाया। को-वैक्सीन को लेकर ही राज्य सरकार की केंद्र से ठनी हुई थी। को-वैक्सीन का प्रयोग छत्तीसगढ़ सरकार ने रोक रखा था। सरकार का कहना था, इस टीके के तीसरे चरण का ट्रायल पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में वे इसे लोगों को लगाने का रिस्क नहीं ले सकते।

शादी, अन्त्येष्टि और दशगात्र में 10 लोगों को ही परमिशन
रायपुर कलेक्टर ने लॉकडाउन की शर्तों में बदलाव कर दिया है। अब शादी, अन्त्येष्टि और दशगात्र में भी 10 से ज्यादा लोगों को परमिशन नहीं दी जाएगी। पहले ऐसे आयोजनों में 50 लोगों को शामिल होने की अनुमति थी। शादी दूल्हा और दुल्हन के घर में ही करवाने को कहा गया है। यानी इसके लिये मैरिज हॉल या होटल-धर्मशाला में आयोजन नहीं किया जा सकेगा।

कल से राजनांदगांव, बेमेतरा और बालोद में बंद
छत्तीसगढ़ में कोरोना के भारी संक्रमण को देखते हुए दुर्ग जिले में 6 अप्रैल से ही लॉकडाउन चल रहा है। रायपुर में आज शाम से लॉकडाउन शुरू होगा। वहीं राजनांदगांव, बेमेतरा और बालोद जिले में शनिवार शाम से लॉकडाउन लगाया जाना है। यह लॉकडाउन 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक रहेगा।

पंचायत चुनाव की तैयारी भी टाली गई
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने छत्तीसगढ़ में पंचायतों और नगरीय निकाय के चुनावों पर ब्रेक लगा दिया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनावों की वोटर लिस्ट तैयार करने का कार्यक्रम फिलहाल टाल दिया है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतदाता सूची के लिए अब बाद में आदेश जारी होगा।

लगातार दूसरे दिन 10 हजार से ज्यादा नए मरीज मिले
प्रदेश में संक्रमण की स्थिति गंभीर है। पिछले दो दिनों से 10 हजार से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। गुरुवार को 10,652 नए मरीज मिले। इनको मिलाकर प्रदेश भर में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 68,125 हो गई है। सबसे अधिक 2,330 मरीज रायपुर में मिले। दुर्ग जिले में भी एक दिन में मिले मरीजों की संख्या 2,132 पहुंच गई। राजनांदगांव यहां का तीसरा सबसे संक्रमित जिला है। यहां गुरुवार को 1,047 नए मरीज मिले।

2 दिन में रिकॉर्ड 72 मरीजों की मौत
प्रदेश में बुधवार-गुरुवार को मिलाकर 72 मरीजों की मौत इलाज के दौरान या अस्पताल पहुंचने से पहले हो गई। मरने वालों में 37 लोगों को कोरोना के अलावा कोई दूसरी गंभीर बीमारी नहीं थी। सबका फेफड़ों में संक्रमण, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों के चलते इलाज चल रहा था। मरने वालों में सबसे ज्यादा 34 लोग अकेले रायपुर जिले के थे। दुर्ग जिले के 19 लोगों की मौत हुई है।

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