कांकेर: मील वितरण के दौरान गर्म दाल से भरे पतीले में गिर गई। इससे छात्रा बुरी तरह से झुलस गई है। उसे गंभीर हालत में भानुप्रतापपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
सोमवार को प्राथमिक शाला बांसला में बच्चों को मध्याह्न भोजन बांटा जा रहा था। इसमे रसोइयों की बड़ी लापरवाही देखी गई। बच्चों को लाइन लगाकर कैदियों की तरह भोजन परोसा जा रहा था। इसी बीच धक्का-मुक्की में तेजेश्वरी तांडिया गर्म दाल के पतीले में गिरकर बुरी तरह से झुलस गई।
मामले में प्रशासन ने जांच टीम गठित कर दी है, जिसने मौके पर जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की।
आनन-फानन में भानुप्रतापपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराकर बच्ची का प्राथमिक उपचार किया गया। इसके बाद जिला कलेक्टर के निर्देश पर उसे बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बच्ची को बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
बच्चों को मिड डे मील बैठाकर परोसना होता है, लेकिन बांसला स्कूल में बड़ी लापरवाही देखी गई। यहां बच्चों को एक साथ बुलाकर भोजन बांटा जाता है, जबकि यहां 2 रसोइए हैं। 2 रसोइयों के होने के बावजूद बच्चों को खाना बिठाकर नहीं दिया जाता था। बहुत ही बुरी हालत में बच्चे धक्कामुक्की करते हुए खाना लेते थे। इसी दौरान पहली छात्रा गर्म दाल में गिर गई।
जांच टीम निरीक्षण करने पहुंची
SDM प्रतीक जैन ने कहा कि जिस तरह से घटना हुई है, इससे बड़ी लापरवाही का पता चल रहा है, जबकि मध्याह्न भोजन देने के लिए स्कूल प्रबंधन को समय-समय पर प्रशिक्षण भी दिया जाता है। उन्होंने कहा कि मामले में जांच टीम गठित कर दी गई है। इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मंगलवार को जांच कमेटी स्कूल में जांच करने भी पहुंची थी।