बिहार: शेखपुरा की प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. बरखा सोलंकी ने सुसाइड कर लिया। आत्महत्या से पहले डॉक्टर पति से उनका विवाद हुआ था। डॉ. सोलंकी अपनी छोटी बेटी को पास में ही रहने वाले अपने पिता की गोद में देकर आई थीं। अगले दिन बेटी को लाने की बात कही। घर लौटकर आईं और बाथरूम में फंदा लगाकर झूल गईं। आधे घंटे बाद नहीं निकली तो पति ने पिता को फोन करके बुलाया, तब घटना सामने आई।
मामला रविवार देर रात शेखपुरा शहर के जखराज स्थान गिरिहिंडा का है। डॉ बरखा सोलंकी शहर की प्रसिद्ध डॉक्टर थीं, उनके सुसाइड की सूचना मिलते ही काफी संख्या में लोग पहुंच गए। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। आसपास के लोगों के मुताबिक उनका डॉक्टर पति से लंबे समय से विवाद था, लेकिन विवाद की वजह सामने नहीं आई है।
पिता बोले- पति से विवाद हुआ था, समझाकर घर भेजा था
पिता डॉ. एमपी सिंह ने बताया कि रात नौ बजे पति-पत्नी के बीच नोकझोंक हुई थी। मैंने बेटी को बुलाकर समझाया था। बेटी से कहा था कि दांपत्य जीवन में ऐसा होता है। किसी बात को ईगो नहीं बनाना चाहिए। मैंने अपनी पत्नी और बरखा के साथ डिनर किया। उस दौरान मुझे लगा कि बरखा अब सामान्य हो गई है। कुछ देर बाद रात्रि के 11 बजे करीब उसने अपनी छोटी बेटी को सुलाने के लिए मेरी गोद में देकर खुद सोने चली गई। अक्सर छोटी नतिनी मेरे पास ही रात में सोती है।
शेखपुरा में युवा महिला डाक्टर और आंख रोग विशेषज्ञ डॉ. बरखा सोलंकी की मौत से सभी लोग हैरान हैं।
उन्होंने कहा कि रात के अचानक 12 बजे उनका दामाद का फोन आया कि बरखा बाथरूम से आधे घंटे से नहीं निकली है। अंदर से दरवाजा बंद है। यह बात सुनकर मुझे अनहोनी की चिंता सताने लगी। तब कमरे से बाथरूम का चाभी लेकर दरवाजा खोला।
दो बेटियां हैं
32 वर्षीय डॉ. सोलंकी की दो बेटियां हैं। एक की उम्र छह साल और दूसरी की दो साल है। डॉ. बरखा सोलंकी शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक, समाजसेवी एवं सेवानिवृत्त सिविल सर्जन डॉ. एमपी सिंह की बेटी थीं। वह शहर के जखराज स्थान के पास ही निभा नर्सिंग होम के बगल में अपना क्लीनिक नीता आंख अस्पताल नामक चलाती थीं। उनके पति भी प्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ प्रशांत कुमार हैं।
सदर अस्पताल शेखपुरा में भी चिकित्सक के पद पर तैनात थीं। वे बड़े पैमाने पर मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर में सैकड़ों मरीजों का मुफ्त ऑपरेशन और इलाज कर चुकी थीं।
डॉ. बरखा की फाइल फोटो।
पिता का घर पास में था
डॉ. बरखा के पिता डॉ. एमपी सिंह का घर पास ही में हैं। इसलिए वे अक्सर आना-जाना था। सुसाइड से पहले वे अपनी दोनों बेटियों को वहां छोड़ गई थीं। पुलिस ने बताया कि मामले में यूडी केस दर्ज किया गया है। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप दिया गया।