राजस्थान: बेटी के जन्म से लेकर डाइट, एजुकेशन, जॉब और शादी में कन्यादान से जुड़ी सारी स्कीम जल्द ही एक पोर्टल पर मिलने लगेंगी। केवल एक बार ऐप्लाई करने पर गर्भवती होने पर देखभाल से लेकर स्किल डेवलपमेंट और जॉब देने का एक मैकेनिज्म तैयार किया जा रहा है।
दरअसल, बेटियों और महिलाओं के लिए राजस्थान में जो भी स्कीम चलाई जा रही हैं, उसके लिए इंटीग्रेटेड सिस्टम तैयार किया जाएगा। इससे जन्म होते ही बेटियों का नाम अपने आप स्कीम में जुड़ जाएगा। इससे उन्हें मेडिकल हेल्थ से लेकर सभी स्कीम का फायदा ऑटोमैटिक मिलने लगेगा।
यह नया सिस्टम कैसे काम करेगा। कैसे इन योजनाओं का फायदा बेटी के कन्यादान के बाद भी मिलता रहेगा। आइये, जानते हैं…
CM अशोक गहलोत और CS उषा शर्मा चर्चा करते हुए। (फाइल फोटो)
ये कर रही है सरकार
राजस्थान में बेटियों और महिलाओं से जुड़ी 15 से ज्यादा अलग-अलग स्कीम चल रही हैं। इनमें बच्ची के जन्म, एजुकेशन, हेल्थ चैकअप, स्किल डेवलपमेंट से लेकर कन्यादान तक की स्कीम को एक ही प्लेटफार्म पर लाने की योजना है। इसके लिए सरकार एक इंटीग्रेटेड सिस्टम तैयार करवा रही है।
CM गहलोत के निर्देश के बाद मुख्य सचिव उषा शर्मा ने महिला और बाल विकास, सामाजिक न्याय और अधिकारिता, मेडिकल एंड हेल्थ डिपार्टमेंट के साथ ही अन्य संबंधित विभागों को इस सिस्टम का पोर्टल तैयार करने को कहा है। इसके लाभार्थी वर्ग का डाटा भी तैयार किया जाएगा। संभावना है कि अगले चुनावी वर्ष तक इसे लॉन्च कर दिया जाएगा।
1 से 12वीं क्लास तक बच्चियों को फ्री एजुकेशन।
सिस्टम लागू होने के फायदे
- अलग-अलग स्कीम्स होने के कारण बच्चियों-महिलाओं को अलग-अलग अप्लाई करना पड़ता है। वहीं, जानकारी नहीं होने पर कई स्कीम का फायदा लेने से भी कुछ लोग चूक जाते हैं।
- अगर इंटीग्रेटेड सिस्टम लागू हुआ तो एक बार नाम जोड़ने के बाद हर एलिजिबल स्कीम का फायदा आवेदन करने वाली महिला या बच्ची को अपने आप मिलने लगेगा।
- मोटे तौर पर राज्य सरकार की ओर से 15 से ज्यादा स्कीम्स महिलाओं और बच्चियों के लिए जारी हैं। वहीं केंद्र की ओर से चलाई जा रही स्कीम को भी इसमें शामिल किया जा सकता है।
- सिस्टम की टाइम बाउंड और रेगुलर मॉनिटरिंग भी होगी। यह चेक किया जाएगा कि कोई स्कीम से चूक तो नहीं गया। इसके इम्प्लीमेंटेशन से पहले प्लान को CM खुद फाइनल करेंगे।
बच्चियों के वैक्सीनेशन, पोषण, सेहत में सुधार, एजुकेशन के लिए स्कीम्स एक ही जगह मिलेंगी।
अलग से पोर्टल होगा लॉन्च
सभी स्कीम्स को एक सिस्टम में लाने के लिए नया पोर्टल बनाया जाएगा, जिसमें सभी स्कीम की जानकारी दी जाएगी। एक बार जन्म होने के बाद पूरी डिटेल केवल एक बार ही अपलोड करनी पड़ेगी। सरकारी अस्पताल में जन्म होने पर वहीं से डिटेल अपडेट की जाएगी। बच्ची जैसे-जैसे बड़ी होगी, उसे अलग-अलग स्कीम्स की फैसिलिटी टाइम बाउंड तरीके से अपने आप मिलनी शुरू हो जाएगी।
पोक्सो एक्ट के तहत बच्चियों की सुरक्षा, पीड़ित बच्ची और परिवार को कानूनी और आर्थिक मदद, अपराधियों को जल्द सजा दिलवाने पर सरकार का फोकस।
ये स्कीम्स भी होंगी एक ही छत के नीचे
– बच्चियों के वैक्सीनेशन, पोषाहार, हेल्थ चेकअप, एजुकेशन के लिए सभी स्कीम्स एक ही जगह मिलेंगी।
– पॉक्सो एक्ट के तहत बच्चियों की सुरक्षा, कानूनी और आर्थिक मदद, अपराधियों को जल्द सजा दिलवाने की स्कीम का फायदा भी यहीं मिलेगा।
-RTE एक्ट के तहत सरकारी-प्राइवेट स्कूलों में गर्ल्स को 1 से 12वीं क्लास तक मुफ्त एजुकेशन।
– ‘आपकी बेटी स्कीम’ के तहत BPL परिवार की स्टूडेंट्स को हर साल स्कॉलरशिप का लाभ।
‘राजस्थान शुभ शक्ति स्कीम’ में मजदूर परिवार की अविवाहित बेटियों और महिलाओं को 55 हजार की आर्थिक मदद का प्रोविजन।
– ‘राजस्थान शुभ शक्ति स्कीम’ में मजदूर परिवार की बेटियों-महिलाओं को 55 हजार की आर्थिक मदद। – ‘मुख्यमंत्री राजश्री योजना’ के तहत 50 हजार रुपए किस्तों में दिए जाएंगे। – राजस्थान मुख्यमंत्री कन्यादान हथलेवा योजना में बेटी की शादी पर 31000 रुपए से 51000 तक की मदद। – राजस्थान ‘ई-सखी योजना’ में महिलाओं को डिजिटल साक्षर बनाना। – महिला बैंक से महिलाओं को रोजगार चलाने के लिए लोन दिया जाएगा।
राजीविका मिशन में अनपढ़ महिलाओं का स्किल डेवलपमेंट कर 10 हजार रुपए महीने कमाने की व्यवस्था करती है सरकार।