सरगुजा: अंबिकापुर में ATM से रुपए निकालने के दौरान लोगों की मदद करने के बहाने धोखाधड़ी करने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी लोगों की मदद करने की आड़ में एटीएम कार्ड बदल लेते थे। मुख्य आरोपी झारखंड के रांची का रहने वाला है, जबकि उसका सहयोगी जशपुर निवासी है।
मुख्य आरोपी अपने सहयोगी के साथ कार से अंबिकापुर आता था और एटीएम बूथों पर जाकर भोले-भाले लोगों की सहायता करने के नाम पर एटीएम कार्ड बदलकर रुपए निकाल लेता था। मुख्य आरोपी आदतन बदमाश है। वो दिल्ली जेल में एक कॉन्ट्रैक्टर की हत्या के मामले में सजा काट रहा था और वर्ष 2019 में पैरोल पर बाहर आया था। इसके बाद से वह फरार था और एटीएम टेंपरिंग कर धोखाधड़ी कर रहा था। दिल्ली पुलिस ने इस पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था।
मामले का खुलासा करते हुए एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि थाना कोतवाली, मणिपुर, बतौली में अलग-अलग लोगों का एटीएम कार्ड बदलकर रुपए निकाले जाने के अपराध दर्ज थे। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया था। सीसीटीवी फुटेज और साइबर सेल से आवश्यक तकनीकी जानकारी प्राप्त कर संयुक्त टीम रांची झारखंड के लिए रवाना हुई थी। ऑपरेशन साइबर क्लीन के तहत संयुक्त टीम द्वारा एटीएम अदला-बदली करने के मामले में शातिर आरोपी मुकेश कुमार सोनी निवासी धुर्वा रांची झारखंड के ठिकानों पर दबिश दी गई।
एसपी भावना गुप्ता पुलिस टीम के साथ।
छापे की जानकारी लगते ही आरोपी ट्रक से लिफ्ट लेकर बिहार की ओर भाग रहा था। इस पर संयुक्त पुलिस टीम की सतर्कता एवं सजगता से 200 किमी पीछा कर घेराबंदी कर आरोपी को छतरपुर झारखंड में पकड़ा गया। आरोपी से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ करने पर उसने अपने एक सहयोगी जशपुर बगीचा निवासी सुनील दास के साथ रांची से कार से अंबिकापुर आकर एटीएम बूथों पर सहायता के दौरान एटीएम बदलने और बाद में कैश विड्रॉ करने की बात स्वीकार की। इसके बाद पुलिस ने उसे और उसके सहयोगी सुनील दास को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इनके कब्जे से कार, एक बाइक, 32 एटीएम कार्ड, 4 मोबाइल, 1 जियो वाईफाई बरामद किया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल दाखिल कर दिया है।
पैरोल मिलने के बाद हो गया था फरार
एसपी ने बताया कि मुख्य आरोपी मुकेश सोनी काफी शातिर और आदतन अदमाश है। वह दिल्ली में एक कॉन्ट्रैक्टर की हत्या के मामले में दिल्ली जेल में 6 साल से सजा काट रहा था। वर्ष 2019 में पैरोल मिलने के बाद वह फरार हो गया था। दिल्ली पुलिस ने इस पर 10 हजार रुपए का नकद इनाम रखा था। फरारी के बाद आरोपी इधर लगातार ठगी की घटना को अंजाम दे रहा था। वहीं वर्ष 2012 में आरोपी के खिलाफ अपने घर में नक्सली को शरण देने का भी अपराध दर्ज हुआ था। वह रांची जेल में 4 माह की सजा काट चुका है।
इस तरह करते थे धोखाधड़ी
एसपी ने बताया कि दोनों आरोपी सरगुजा संभाग में 25 से ज्यादा एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी कर चुके हैं। वहीं सरगुजा जिले में उन्होंने 5 घटना को अंजाम दिया था। आरोपी अंबिकापुर आते थे और होटल में रुकते थे। इसके बाद दिन में घूम-घूमकर गार्ड रहित एटीएम सेंटर को चिन्हित करते थे और जिस समय एटीएम में कम लोग रहते थे, ये प्रवेश करते थे और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का सहयोग करने के नाम पर एटीएम कार्ड बदल लेते थे। इस दौरान पिन नंबर भी देख लेते थे। इसके बाद दूसरे एटीएम में जाकर रुपए निकाल लेते थे।
ये लोग हुए थे ठगी के शिकार
शहर के मिशन चौक निवासी प्रेमाकांत बघेल 24 नवंबर 2022 को चोपड़ापारा एटीएम में रुपए निकालने गई थी। इस दौरान आरोपी द्वारा कार्ड बदलकर इनके खाते से 80 हजार रुपए निकाल लिए गए थे। बतौली थाना क्षेत्र निवासी मुनेश्वरी बाई का भी एटीएम कार्ड बदलकर 25 फरवरी 2023 को 65 हजार रुपए आहरित कर लिए थे। 19 अगस्त 2022 को सूरजपुर जिले के प्रेमनगर क्षेत्र में कीर्ति टोप्पो के खाते से 30 हजार 500 और 27 फरवरी 2023 को किरण तिर्की निवासी नमनाकला का एटीएम कार्ड बदलकर 10 हजार रुपए निकाल लिए थे। प्रार्थियों ने संबंधित थाना क्षेत्रों में अपराध दर्ज कराया था।
आरोपी 50 लाख की लागत से बनवा रहा था घर
मुख्य आरोपी मुकेश लोगों से धोखाधड़ी कर रांची में 50 लाख का घर बनवा रहा था। धोखाधड़ी का काम करने में आसानी हो, इसलिए उसने पत्नी को अलग किराए के मकान में रांची में ही रखा था और खुद भी अलग किराए के घर में रहता था। धोखाधड़ी की रकम जमा करने के लिए पत्नी के बैंक खाते का उपयोग करता था।