Tuesday, December 30, 2025

              बांग्लादेश: चीनी दूतावास ने अपने नागरिकों को चेतावनी जारी की, ऑनलाइन डेटिंग और शादी के झूठे प्रस्तावों से बचने की सलाह दी, कहा- विदेशी पत्नी खरीदने के बारे में सोचना भी गलत है

              ढाका: बांग्लादेश में चीनी दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए चेतावनी जारी की है। इसमें बांग्लादेश में रहने वाले चीनी नागरिकों को ऑनलाइन डेटिंग और शादी के झूठे प्रस्तावों से बचने की सलाह दी गई है। बयान में कहा गया है कि शादी के लिए विदेशी पत्नी खरीदने की सोचना भी गलत है।

              दरअसल, चीन में पुरुषों और महिलाओं के अनुपात में बहुत ज्यादा अंतर है। 2020 की जनगणना के मुताबिक वहां 105 पुरुषों पर 100 महिलाएं हैं। 10-14 आयु वर्ग में यह अनुपात 118 पुरुष प्रति 100 महिला है।

              इस असमानता की वजह से चीन में कई पुरुषों की शादी नहीं हो पा रही है। कई लोग इस वजह से तस्करों के चक्कर में पड़कर अपना पैसा गंवा रहे हैं। इस ठगी को रोकने के लिए चीन ने यह एडवाइजरी जारी की है।

              बांग्लादेश के ढाका में महिलाओं की सुरक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन हुआ। तस्वीर 16 मई की है।

              बांग्लादेश के ढाका में महिलाओं की सुरक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन हुआ। तस्वीर 16 मई की है।

              सोशल मीडिया पर विदेशी दुल्हन का झूठा वादा

              सोशल मीडिया पर शादी से जुड़े कई विज्ञापन अक्सर धोखाधड़ी वाले होते हैं। इनमें विदेशी दुल्हन का वादा किया जाता है, लेकिन असल में शादी नहीं कराई जाती। लोग बिना दुल्हन पाए ही ठगों को पैसे दे बैठते हैं।

              बीजिंग न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में लाओस की एक युवा लड़की से शादी कराने के लिए 2 लाख युआन (करीब 24 लाख रुपए) की मांग की गई थी। कुछ लोग इस धोखाधड़ी में फंस भी गए थे।

              चीन में अवैध शादी एजेंसियों पर कार्रवाई

              • पिछले साल चीन के शांदोंग प्रांत की एक अदालत ने दो लोगों को मानव तस्करी का दोषी पाया। वे एक गैरकानूनी सीमा-पार विवाह एजेंसी चला रहे थे और लोगों से लाखों युआन ठग चुके थे।
              • एक चीनी व्यक्ति पाकिस्तान गया था और वहां शादी के झूठे वादे में फंसकर 1 लाख युआन (लगभग 12 लाख रुपए) का नुकसान कर बैठा।
              • एक पाकिस्तानी महिला को शादी के लिए चीन लाया गया। बाद में उसने एजेंटों और उस व्यक्ति की शिकायत की जिसने पैसे देकर उससे शादी की थी। सभी को मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
              • चीन में जियामेन यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने अक्टूबर 2024 में सुझाव दिया था कि विदेशों से दुल्हन आयात करना चाहिए, ताकि देश में शादी की गिरती दर और लड़का-लड़की के असंतुलन की समस्या दूर की जा सके।
              • उनके इस बयान की इंटरनेट पर भारी आलोचना हुई। लोगों ने कहा कि यह मानव तस्करी और महिलाओं के शोषण को बढ़ाएगा।

              चीन में 5 करोड़ लोगों की शादी कभी नहीं हो पाएगी

              एक रिपोर्ट के मुताबिक 2020 से 2050 तक चीन में करीब 3 से 5 करोड़ पुरुषों की कभी शादी नहीं हो पाएगी। इस वजह से कई लोग विदेशों से दुल्हन लाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए वे तस्करों का सहारा लेते हैं। वे बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, वियतनाम और कंबोडिया जैसे गरीब देशों से महिलाओं और लड़कियों को चीन ले जाते हैं।

              तस्कर इन महिलाओं को अच्छी नौकरी, बेहतर जीवन, या शादी का झांसा देकर चीन लाते हैं, लेकिन वहां उन्हें जबरन विवाह या यौन शोषण के लिए बेच दिया जाता है। 2019 की ह्यूमन राइट्स वॉच की रिपोर्ट के मुताबिक, म्यांमार-चीन सीमा पर कम सुरक्षाकर्मियों की वजह से तस्करों को बढ़ावा मिला है।

              2022 की डॉक्यूमेंट्री ‘द वुमन फ्रॉम म्यांमार’ तस्करी की शिकार एक महिला की कहानी को बताती है, जिसे शादी के लिए चीन में बेच दिया गया था।

              2022 की डॉक्यूमेंट्री ‘द वुमन फ्रॉम म्यांमार’ तस्करी की शिकार एक महिला की कहानी को बताती है, जिसे शादी के लिए चीन में बेच दिया गया था।

              महिलाओं के कागजात छीन लेते हैं तस्कर

              तस्कर खुद को शादी एजेंट या नौकरी दिलाने वाले बताते हैं। वे गांवों और गरीब इलाकों में जाकर लड़कियों को फंसाते हैं। इसके बाद उन्हें चीन ले जाकर बेच देते हैं। चीन के बहुत से पुरुष जो किसान या मजदूर होते हैं, वे अकेले होते हैं और दुल्हन पाने के लिए इन तस्करों के संपर्क में आते हैं।

              इन महिलाओं को 5,000 से 20,000 डॉलर में बेच दिया जाता है। ये सौदे ‘शादी’ के नाम पर होते हैं, लेकिन उनमें असली सहमति नहीं होती।

              चीन पहुंचने के बाद इन महिलाओं के कागजात छीन लिए जाते हैं। उन्हें 5 से 20 हजार डॉलर (4 लाख से 20 लाख रुपए) में बेच दिया जाता है। इसके बाद महिलाओं को चीन के किसी दूर के गांव में भेज दिया जाता है।

              वहां उनकी शादी कर दी जाती है। कई बार उनके साथ बलात्कार होता है। उन पर जबरन बच्चे पैदा करने का दबाव भी होता है। अगर ये महिलाएं भागने की कोशिश करें, तो चीनी पुलिस उन्हें गैरकानूनी प्रवासी मानकर सजा देती है।

              म्यांमार में ‘हमें एक बच्चा दो और हम तुम्हें जाने देंगे: काचिन दुल्हनों की तस्करी’ शीर्षक वाली 112 पन्नों की रिपोर्ट में तस्करी के धंधे से बच निकली 37 महिलाओं की दर्दनाक गवाही के साथ-साथ पीड़ितों के परिवारों के बयान भी सामने आए हैं।

              चीन की सरकार को इस बारे में जानकारी है, लेकिन उसने अब तक इस समस्या को रोकने के लिए ज्यादा कुछ नहीं किया है। शायद इसलिए क्योंकि यह समस्या बहुत बड़ी है और इससे निपटना आसान नहीं है।

              चीन को विदेशी महिलाओं से जासूसी का भी खतरा

              एक्सपर्ट्स के मुताबिक चीन ने यह कदम अपने राजनयिकों और नागरिकों को जासूसी और हनीट्रैप से बचाने के लिए उठाया है। चीन को डर है कि अमेरिका, बांग्लादेश में उसके लोगों को हनीट्रैप कर सकता है।

              बांग्लादेश में अमेरिका और चीन अपने-अपने हितों को लेकर आमने-सामने हैं। एक तरफ अमेरिका बांग्लादेश के सैंट मार्टिन द्वीप पर सैन्य ठिकाने बनाने की कोशिशों में जुटा हुआ है।

              दूसरी तरफ चीन, बांग्लादेश के साथ मिलकर भारत के सिलिगुड़ी कॉरिडोर के पास एयरस्ट्रिप बना रहा है। इस वजह से चीन को भारत की खुफिया एजेंसियों का डर भी है।


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