जगदलपुर: दंतेवाड़ा जिले में इंद्रावती नदी में 2 टीचर डूब गए। इनमें से एक को बचा लिया गया जबकि दूसरे की तलाश जारी है। ये दोनों दंतेवाड़ा के केंद्रीय विद्यालय में पदस्थ हैं। कुल 5 टीचर संडे को पिकनिक मनाने के लिए मुचनार गए हुए थे। इनमें से कुछ नहाने के लिए पानी में उतरे थे। पुलिस और गोताखोरों की टीम तलाश में जुटी है। मामला बारसूर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, पिकनिक मनाने गए टीचर इंद्रावती नदी के किनारे घूम रहे थे। इनमें से कुछ नदी के तट पर चले गए और वहां की चट्टानों पर टहल रहे थे। इसी दौरान धर्मेंद्र कुमार (30) अचानक गहरे पानी में चले गए। पानी में डूबता देख साथी टीचर मोहनीश साहू (34) ने इंद्रावती नदी में छलांग लगा दी। इन दोनों को तैरना नहीं आता था और गहराई ज्यादा होने की वजह से दोनों डूबने लगे।

मुचनार में इंद्रावती नदी में इसी जगह हादसा हुआ है।
वहीं पास में मौजूद लोगों की नजर इन पर पड़ी। जिसके बाद उन्होंने डूबते शिक्षकों को बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी। किसी तरह से धर्मेंद्र को तो बचा लिया गया, लेकिन मोहनीश का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। दंतेवाड़ा DSP आशारानी ने बताया कि दूसरे की तलाश जारी है।
मोहनीश को दे रहे थे विदाई पार्टी
मोहनीश साहू रायपुर का रहने वाला है। उनकी पत्नी दंतेवाड़ा कलेक्ट्रेट परिसर के अंदर स्थित SBI में ब्रांच मैनेजर हैं। कुछ दिनों पहले ही मोहनीश का जगदलपुर ट्रांसफर हुआ था। छुट्टी लेकर वापस दंतेवाड़ा आया था। साथी मोहनीश को विदाई पार्टी देने के लिए ही मुचनार गए हुए थे। जहां यह हादसा हो गया। धर्मेंद्र बिहार का रहने वाला है। इसके अलावा राकेश शर्मा, शरद और कांता ये तीनों शिक्षक भी साथ थे।

मोहनीश साहू की तलाश जारी।

धर्मेंद्र, जिसे बचाया गया।
15 दिन पहले एक कर्मचारियों की हुई थी मौत
लगभग 15 दिन पहले दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल NMDC के कर्मचारी प्रदीप दत्ता (50) और संजय राय (45) अपने परिवार के साथ बारसूर सातधार में पिकनिक मनाने गए हुए थे। यहां पुल के नीचे पिकनिक स्पॉट पर खाना खाने के बाद नदी में उतरे थे। पैर फिसलने की वजह से तेज बहाव में बह गए थे। सातधार पुल के ऊपर स्थित CRPF 195 BN के जवानों को हादसे की सूचना दी गई थी। जिसके बाद बारसूर पुलिस के साथ गोताखोर की टीम मौके पर पहुंची। दो दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों के शव को निकाला गया था।
