प्रश्नकाल की शुरुआत वन विभाग से जुड़े प्रश्न से होगी। मंगलवार को सदन में अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। यह चालू वित्तीय वर्ष का दूसरा अनुपूरक होगा, जो दो हजार करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है। इसमें अधोसंरचना विकास के साथ सरकारी कर्मियों के वेतन-भत्ते और कुछ योजनाओं के लिए राशि का प्रावधान भी सरकार करेगी।
रायपुर: अब तक अधिकांश सत्रों में पहला प्रश्न मुख्यमंत्री के विभाग से जुड़ा हुआ रहता था। लेकिन इस बार शीतकालीन सत्र में प्रश्नकाल की शुरुआत वन मंत्री मोहम्मद अकबर के विभाग से जुड़े प्रश्न से होगी। पहले दिन अकबर, सीएम भूपेश बघेल और पीएचई मंत्री गुरु रुद्र कुमार के विभागों से जुड़े सवालों को शामिल किया गया है। सोमवार से शुरू हो रहे पांच दिवसीय सत्र के दौरान सरकार अनुपूरक बजट के साथ कुछ संशोधन विधेयक भी पेश कर सकती है। राज्य सरकार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सरकार हुक्का बार पर रोक के लिए कानून ला सकती है। इसके प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी मिल चुकी है। सत्र के लिए सदस्यों की तरफ से कुल 755 प्रश्नों की सूचना विधानसभा सचिवालय को दी गई है।
हुक्का बार पर रोक
सूत्रों के अनुसार राज्य में हुक्का बार पर पूरी तरह रोक लगाया जाएगा। हुक्का बार पर रोक को लेकर सरकार बेहद गंभीर है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर इसके लिए कानून का प्रस्ताव भी तैयार कर लिया गया है। कानून के माध्यम से इसका उल्लंघन करने वालों पर 50 हजार रुपये जुर्माना से लेकर पांच साल तक की कैद का भी प्रावधान किया जा सकता है।
सरकारी कर्मियों के वेतन-भत्ते के लिए राशि का प्रावधान
सरकार इंदिरा गांधी कला संगीत विश्वविद्यालय के कुलपति की आयु सीमा में बदलाव के लिए सरकार संशोधन विधेयक पेश कर सकती है। सत्र के दौरान मंगलवार को सदन में अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। यह चालू वित्तीय वर्ष का दूसरा अनुपूरक होगा, जो दो हजार करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है। इसमें अधोसंरचना विकास के साथ सरकारी कर्मियों के वेतन-भत्ते और कुछ योजनाओं के लिए राशि का प्रावधान सरकार करेगी।
विपक्षी विधायकों ने लगाए सवाल
धान खरीदी, धर्मांतरण और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरने के लिए विपक्षी विधायकों ने सवाल लगाए हैं, सवालों का जवाब देने के लिए सभी मंत्री और विधायक तैयारी कर के आएंगे।
सदन में इन्हें दी जाएगी श्रद्धांजलि
देवव्रत सिंह खैरागढ़ विधायक, गोंदिल प्रसाद अनुरागी पूर्व सांसद, राजिंदर पाल सिंह भाटिया पूर्व राज्य मंत्री, युद्धवीर सिंह जूदेव पूर्व संसदीय सचिव, इसके साथ अविभाजित मप्र के मूलचंद खंडेलवाल पूर्व राज्यमंत्री व मनुराम कच्छ पूर्व विधायक। आठ दिसंबर को हेलीकाप्टर हादसे के दिवंगत।