Monday, September 30, 2024




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BCC NEWS 24: छत्तीसगढ़/ जांजगीर न्यूज़- 2 करोड़ 36 लाख का बिजली बिल घोटाला… विभाग के कर्मचारी काउंटर पर बिल का पैसा जमा लेते रहें लेकिन विभागीय एकाउंट में नहीं किया डिपॉजिट, मृत लाइनमैन व 2 अन्य के खिलाफ जुर्म दर्ज…

जांजगीर: शिवरीनारायण सब स्टेशन के बिजली उपभोक्ताओं से विभाग के कर्मचारी काउंटर पर बिल की रकम लेते रहे लेकिन अपने विभागीय एकाउंट में जमा ही नहीं किया। रायगढ़ के रीजनल कार्यालय से 18 जून की रकम 2 लाख 29 हजार रुपए जमा नहीं होने की सूचना लोकल जेई को मिलने के बाद इस मामले की तफ्तीश शुरू हुई तो जांच में यह बात सामने आई कि घाेटाला का यह खेल दो सालों से खेला जा रहा था।

इस दौरान उपभोक्ताओं से 2 करोड़ 36 लाख 11 हजार 415 रुपए जमा लिए गए, लेकिन विभागीय एकाउंट में जमा ही नहीं कराए गए है। अकलतरा के डीई ने जांच के बाद सहायक लाइन मैन और बैंक की स्लीप में जिन दो लोगों के नाम आए जिन्हें कथित रूप से बैंक कर्मचारी बताया गया था उनके सहित तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी। पुलिस ने नामजद सहायक लाइनमैन और दो अन्य के खिलाफ 420, 409 के तहत अपराध दर्ज किया है।

डीई चित्रभान सिंह राठौर के हवाले से जानिए कैसे हुआ घोटाले का खुलासा
बिजली विभाग के अकलतरा डिवीजन के डीई चित्रभान सिंह राठौर ने बताया कि काउंटर में बिल की राशि उपभोक्ताओं से लेकर उन्हें रसीद देते हैं, रोज जमा होने वाली रकम का सीएसी बनाते हैंं। टोटल रकम को बैंक में जमा किया जाता है। बैंक में जमा हुई रकम से मिले स्लीप को रीजनल एकाउंट ऑफिस रायगढ़ भेजा जाता है। इसके बाद बैंक से आरएओ कार्यालय को बैंक से पैसा जमा होने का मेल जाता है। इसकी जांच आरएओ द्वारा की जाती है। उन्होंने बताया कि 8 जुलाई को रायगढ़ ऑफिस से शिवरीनारायण जेई को फोन पर बताया गया कि 18 जून की बिजली बिल की वसूली की राशि 2 लाख 29 हजार रुपए कंपनी के खातेे में जमा नहीं हुई। उन्होंने कार्यालय की स्लीप को लेकर बैंक में जाकर जांच करने का निर्देश दिया। बिजली विभाग के अधिकारी बैंक पहुंचे, उस दिन तो जानकारी नहीं मिली दूसरे दिन बैंक कर्मचारी ने उन्हें काल कर जानकारी दी कि वह राशि बैंक में जमा ही नहीं हुई। तब मामले की जांच शुरू की गई।

जांच के दौरान कार्यालय में हुई चोरी, फाइलें गायब
11 जुलाई की शाम साढ़े 7 बजे सब स्टेशन में कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी कार्यालय का ताला लगाकर घर लौट गए, इसी दौरान अज्ञात चोर पहुंचा और कार्यालय का ताला तोड़कर आलमारी में रखे सामानों को चाेरी कर ले गए। 12 जुलाई की सुबह कर्मचारी कार्यालय पहुंचे। इस दौरान आलमारी में रखे सामान गायब मिले। जांच के दौरान आलमारी का लॉक टूटा था, वहीं आलमारी में रखी दैनिक संग्रहण रजिस्टर स्टेट बैंक से प्राप्त दिनांकित पावती, कार्यालय का सीआरए रजिस्टर आलमारी के अंदर से गायब था।

सीसीटीवी में दिखा बिना रुपए जमा कर लौटा कर्मी
बिजली बिल संग्रहण की राशि शिवरीनारायण में पदस्थ लाइन मेन कैलाश कुमार साहू द्वारा बैंक में जमा कराया जाता था। अधिकारियों को जानकारी मिली कि 18 जून 2021 की राशि कंपनी के खाते में जमा नहीं हुआ है। इसकी जानकारी मिलने पर कंपनी के अधिकारी एसबीआई बैंक पहुंचे और बैंक में लगे सीसी कैमरे का फुटेज खंगाला। 18 जून के फुटेज में पूरे दिन कैलाश साहू नहीं दिखा। अधिकारियों ने 14 जून का फुटेज खंगाला, जिसमें कैलाश बैंक आते और जाते तो दिखा, मगर रुपए जमा करते हुए काउंटर पर नहीं दिखा।

एई निलंबित कार्रवाई से पहले ही बहाल भी
पिछले ढाई सालों से लगातार कर्मचारी वसूली की राशि गबन करता रहा पर जिम्मेदारों इसे देखा तक नहीं जिससे एई संजय मानेस्का, रायगढ़ के लेखा अधिकारी एनएस दाऊ, सहायक लेखाधिकारी रायगढ़ नवीन खंडेलवाल व लिपिक शुक्ला को निलंबित किया गया, लेकिन अभी जांच पूरी भी नहीं हुई है कि संजय मानेस्का को बहाल कर पामगढ़ का प्रभार भी दे दिया गया है। सहायक लेखाधिकारी रायगढ़ नवीन खंडेलवाल व लिपिक शुक्ला को भी बहाल कर रायपुर अटैच कर दिया गया है।

बैंक की फर्जी सील का किया गया उपयोग
सवा दो कराेड़ के गबन के मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों ने 27 दिसम्बर 2018 से 8 जुलाई 2021 तक सभी स्टेटमेंट की जांच की। जांच के दौरान 52 बैंक बाउचर की राशि 23 लाख 55 हजार 186 रुपए में बैंक कर्मचारी सोनम मिरी व सोनम मुरूमु के सिग्नेचर व सील थे। अधिकारी बैंक वाउचर की कापी लेकर एसबीआई ब्रांच शिवरीनारायण पहुंचे और जांच की। जांच के दौरान बैंक प्रबंधक द्वारा सोनम मिरी और सोनम मुरूमु नाम के कर्मचारी व वाउचर में लगा सील उनका नहीं होने की बात कही।

रिश्वत देने का प्रयास… बच्चे के हाथ थैले में फल के साथ भेजे 2 लाख रुपए, और लिखा मुझे माफ करें
ईई श्री राठौर ने बताया कि 9 जुलाई को एक बच्चा एई आशीष ठाकुर के घर शिवरीनारायण पहुंचा और एक थैला देकर बोला कि बैंक वाले ने फल भेजे हैं और वह लौट गया। शंका होने पर उन्होंने पैकेट खोलकर देखा तो उसमें 2 लाख 20 हजार रुपए मिले और उसमें एक लेटर भी मिला जिसमें लिखा था कि गलती हो गई मुझे माफ करें कुछ राशि खर्च हो गई है, पुलिस में रिपोर्ट दर्ज न कराएं।

जांच के दौरान मुख्य संदेही की मौत
शिवरीनारायण व केरा सब सेंटर में बिजली बिल संग्रहण की राशि शिवरीनारायण में पदस्थ लाइन मेन कैलाश कुमार साहू के द्वारा बैंक में जमा कराया जाता था। इसी बीच विभाग के अधिकारी रायगढ़ कार्यालय में सभी दस्तावेजों की छानबीन कर रहे थे, मगर 13 जुलाई की शाम लाइनमैन कैलाश कुमार साहू की घर में ही करंट से चिपककर संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई।

जांच शुरू हुई तो मिली करोड़ों की गड़बड़ी
जांच के दौरान परत दर परत घोटाला सामने आया था। इस दौरान 2 करोड़ 36 लाख 11 हजार 415 रुपए गबन करना पाया गया। मामले में कैलाश साहू, साेनम मिरी और सोनम मुरमू के नाम से एफआईआर दर्ज करने थाना में आवेदन दिया गया था।’’
-सीबीएस राठौर, डीई, अकलतरा

मामले में अन्य संदेहियों की भी हो रही जांच
बिजली विभाग में 2 करोड़ 36 लाख रुपए के गबन के मामले में एफआईआर दर्ज किया गया है। मामले में एक मृत कर्मचारी व अन्य लाेगों के खिलाफ कूटरचना व धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया गया है। मामले में संदेहियों से जांच की जा रही है।
-रविंद्र अनंत, टीआई, शिवरीनारायण

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