छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में वैक्सीनेशन ड्यूटी में लगे कर्मचारी ने भोजन भत्ते के बकाया पैसे मांगे तो उसके अफसर ने धमकी दे दी। स्वास्थ्य कर्मी ने अपनी समस्या BMO (ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर) को वॉट्सऐप की थी। फिलहाल शिकायत के बाद BMO को पद से हटा दिया गया है।
तखतपुर ब्लॉक के रूलर हेल्थ ऑफिसर (RHO) वीएस चंद्रवंशी की टीकाकरण में ड्यूटी लगी है। भोजन के रुपए कई महीने से नहीं मिलने पर उन्होंने BMO डॉ. निखिलेश कुमार गुप्ता को वॉट्सऐप पर मैसेज कर जानकारी दी। इसके बाद BMO डॉ. गुप्ता ने RHO चंद्रवंशी को कॉल किया और कहा कि इस तरह वॉट्सऐप पर मैसेज करना ठीक नहीं है। आरोप है कि डॉ. गुप्ता भड़क गए। कहा कि उन्हें हल्के में मत लेना। औकात याद दिला दूंगा।
बीएमओ को पद से हटाने का सीएमएचओ ने जारी किया आदेश।
कर्मचारियों ने CMHO से की शिकायत, किया गया सस्पेंड
विवाद के बाद कर्मचारियों ने इसकी शिकायत CMHO से कर दी। इसके चलते गुरुवार को BMO डॉ. गुप्ता को पद से हटाने का आदेश जारी हो गया। आदेश में कहा गया है कि अभद्र व्यवहार करने और धमकी देने पर उन्हें निलंबित किया गया है। उनके स्थान पर तखतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्साधिकारी डॉ. सुनील हंस राज को जिम्मेदारी सौंपी गई है। अफसर और कर्मचारी के बीच विवाद का यह मामला 18 अक्टूबर का है।
जब आदेश वॉट्सऐप पर दे सकते हैं, तो शिकायत क्यों नहीं ले सकते
RHO वीएस चंद्रवंशी ने बताया कि उन्होंने 23 जुलाई को निर्धारित फॉर्मेट पर आवेदन किया था। उसकी रसीद भी है, लेकिन कर्मचारियों ने खो दिया। जब इस बारे में बीपीएम और अकाउंटेंट अंशुमन तिवारी से पूछा तो उन्होंने नहीं मिलने की बात बताई। इसी शिकायत को वॉट्सऐप पर कहा था। जिन्होंने मेरे बाद जब किया, उसे रुपए मिल चुके हैं। कहते हैं कि ऑफिस में आकर लिखित में देकर जाओ। सुबह 10 से 5 की ड्यूटी है तो ऑफिस कब जाऊं। वॉट्सऐप पर आदेश दे सकते हैं, तो समस्या भी उसी पर सुनेंगे।
भोजन के लिए प्रत्येक कर्मचारी को हर दिन के मिलते हैं 100 रुपए
प्रदेश में जनवरी में कोविड-19 वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद से तमाम स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। इन स्वास्थ्य कर्मियों को भोजन के लिए प्रति दिन प्रति व्यक्ति 100 रुपए दिए जाते हैं। तखतपुर ब्लॉक के स्वास्थ्य कर्मचारियों का आरोप है कि उनके साथ कई गांवों में भोजन के रुपए नहीं आए हैं। आरोप तो यह भी लगाया जा रहा है कि कुछ लोगों को तय ड्यूटी से ज्यादा भुगतान किया गया है। जिन्होंने 5 दिन ड्यूटी की, उन्हें 2500 रुपए दिए गए।