Monday, September 23, 2024




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BCC NEWS 24: छत्तीसगढ़- शराब पीकर नगर निगम पहुंचे स्वास्थ्य अधिकारी भूपेश कुमार, सहकर्मियों को देने लगे गालियां; आयुक्त ने किया सस्पेंड…

आयुक्त आशीष देवांगन

भिलाई: रिसाली नगर पालिका निगम में मंगलवार शाम जमकर हंगामा हुआ। प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी भूपेश कुमार ठाकुर नशे में धुत होकर कार्यालय पहुंच गए और सहकर्मियों से गाली गलौज शुरू कर दी। इसके बाद मामला निगम आयुक्त आशीष देवांगन तक पहुंचा। उन्होंने देर शाम ही स्वास्थ्य अधिकारी को सस्पेंड कर दिया। निलंबन अवधि में उसे टंकी कार्यालय स्थित राजस्व विभाग में अटैच किया गया है।

निगम से मिली जानकारी के मुताबिक प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी भूपेश कुमार ठाकुर आदतन शराबी है। पहले भी वह ड्यूटी के बाद शराब सेवन करता था, या ड्यूटी के दौरान शराब पीता तो फिर ऑफिस नहीं आता था। वह फिर शराब के नशे में धुत्त मंगलवार शाम निगम कार्यालय पहुंचा। वहां उसने तेज आवाज में बात करना शुरू कर दिया। जब उसके सहकर्मियों ने उसे मना किया तो उसने उनसे झगड़ा कर गाली गलौज शुरू कर दी।

उसकी इस हरकत से अन्य कर्मचारी काफी नाराज हुए और उन्होंने इसकी शिकायत निगम आयुक्त आशीष देवांगन से की। शिकायत मिलते ही आयुक्त ने बिना देरी किए जांच के निर्देश देकर उसका मेडिकल कराने के निर्देश दिए। इसके बाद मेडिकल रिर्पोट को आधार बनाते हुए आयुक्त ने देर शाम भूपेश ठाकुर को निलंबित कर दिया।

आयुक्त के क्विक ऐक्शन कर्मचारियों में खुशी

निगम आयुक्त को जैसे ही इसकी शिकायत मिली उन्होंने पहले प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी को कार्यालय में बैठाकर रखने निर्देश दिए। खुद कार्यालय पहुंचे और प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी पूछताछ किया। इसमें उसने शराब पीना भी स्वीकार किया। इसके बाद आयुक्त ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मरोदा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को कार्यालय बुलाया और अपने समक्ष मेडिकल जांच कराकर उसकी रिपोर्ट ली।

प्रभारी चिकित्सा अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर उसके खिलाफ ऐक्शन लिया। गलत कार्य को लेकर इस तरह कठोर कार्रवाई करने वाले आयुक्त की कार्य शैली से यहां के कर्मचारी काफी खुश हैं। वहीं ड्यूटी में लापरवाही व नशा करने वाले कर्मचारियों में दहशत भी है।

पहले मिल चुका है कारण बताओ नोटिस

प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी की यह पहली गलती नहीं है। इससे पहले भी उसको कारण बताओ नेटिस जारी किया जा चुका था। इसके बाद भी वे अपने कार्यों में लगातार लापरवाही बरत रहा था। कार्य मे सुधार नही लाने और नशे की हालत में होने पर आयुक्त ने उसके खिलाफ इतनी कठोर कार्रवाई की।

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