कोटा/राजस्थान: कोटा में एक बच्चे के सिर में आधा किलो की गांठ थी। जिसे ऑपरेशन कर निकाला गया है। सब्जियों के कीड़ों की वजह से ये गांठ बनी थी। बच्चे के सिर का ऑपरेशन करना पड़ा। जटिल ऑपरेशन कर गांठ को निकाल कर बायोप्सी के लिए भेजा गया है। सात साल का बच्चा गणेश, कोलारस गांव शिवपुरी का रहने वाला है। पिछले एक महीने से उसे सिर दर्द और उल्टी होने की शिकायत थी। कई अस्पतालों में उसे दिखा लिया गया, लेकिन कोई आराम नहीं मिला। इसके अलावा उसे बार-बार दौरे भी पड़ते थे।
ऐसे में उसे परिजन कोटा के झालावाड़ रोड स्थित एक निजी न्यूरो हॉस्पिटल में लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर संजय जायसवाल और न्यूरो सर्जन डॉक्टर राहुल सतीजा ने बच्चे की एमआरआई करवाई। जिसमें बच्चे के सिर में दाहिनी तरफ एक बड़ी गांठ थी। डॉक्टर ने पूरी स्थिति से परिजनों को अवगत करवाया। ऑपरेशन का निर्णय लिया। एंडोस्कोपी की सहायता से मरीज को ऑपरेशन किया गया। उसके सिर से आधा किलो से ज्यादा वजनी गांठ निकली।
समय पर ऑपरेट करना था जरूरी, जा सकती थी बच्चे की जान
डॉक्टर सतीजा के अनुसार सिर में गांठ होने पर उसके किसी भी समय फटने का डर बना रहता है। जिसके चलते बच्चे को लकवा हो सकता था। वह कोमा में भी जा सकता था। इसके अलावा उसकी मौत भी हो सकती थी। ऐसे में समय रहते ऑपरेट होने से मरीज अब सामान्य है और आगामी जीवन ठीक से जी सकता है।
सब्जियों से कीड़ा शरीर में जाकर बना लेता है गांठ
डॉ राहुल सतीजा ने बताया कि इस बीमारी को टेप वार्म इन्फेक्शन कहा जाता है। दूषित सब्जियों व साफ नहीं की गई। सब्जियों के कारण एक प्रकार का कीड़ा शरीर में चला जाता है। ऐसे कीड़े कोशिकाओं को तोड़कर उनकी गांठ बना देते हैं। जो रक्त के जरिए शरीर के अन्य भागों में पहुंचकर नुकसान पहुंचाता है। यह 70 प्रतिशत लीवर, 20 प्रतिशत ब्रेन और 5 से 10 प्रतिशत लंग्स को प्रभावित करता है। ऐसे में सब्जियों को अच्छी तरह धोकर ही और उबालकर ही खाना चाहिए। इस कीड़े की वजह से बीमारी बड़ों की तुलना में 10 साल के बच्चों तक में ज्यादा होती है।
