नईदिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज के जियोमार्ट पार्टनर ऐप ने भारत के किराना बाजार में उथल-पुथल मचा दी है। ऐप के आने के बाद से किराना सामान के डिस्ट्रीब्यूटर्स की सेल्स में लगातार गिरावट आ रही है। ऐसे में सेल्समैन्स ने चेतावनी दी है कि अगर कंज्यूमर कंपनीज ने रिलायंस को कम कीमतों पर प्रोडक्ट ऑफर करना बंद नहीं किया तो वो किराना स्टोर्स की सप्लाई बाधित कर देंगे।
बीते दिनों रैकिट, यूनिलीवर, पामोलिव जैसी कंपनियों के लाखों डिस्ट्रीब्यूटर्स और सेल्समैन से जुड़ी एक रिपोर्ट रॉयटर्स ने पब्लिश की थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि किराना स्टोर्स लगातार रिलायंस के साथ जुड़ रहे हैं। इस वजह से उनकी सेल्स में 20%-25% की गिरावट आई है।
दरअसल, जियो मार्ट ऐप के जरिए किराना स्टोर्स अपनी दुकान से ही ऑर्डर करते हैं और 24 घंटे में उन्हें डिलीवरी मिल जाती है। डिस्ट्रीब्यूटर की तुलना में रिलायंस उन्हें ज्यादा मार्जिन भी देता है। ऑर्डर कैसे करना है इसकी ट्रेनिंग भी दुकानदारों को दी जाती है।
देश में करीब 450,000 सेल्समैन है जो दशकों से गांव और शहर के कोने-कोने में जाकर किराना स्टोर्स से सामान का ऑर्डर लेकर उन्हें सप्लाई करते रहे हैं। लेकिन रिलायंस ने इस सप्लाई चेन को प्रभावित कर दिया है।
डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन ने कंपनियों से समान रेट की मांग की
ऑल इंडिया कंज्यूमर प्रोडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन (जिसमें 400,000 सदस्य हैं) ने कंज्यूमर कंपनीज को लेटर लिखा है। इसमें उन्होंने रिलायंस जैसे बड़े कॉर्पोरेट डिस्ट्रीब्यूटर्स और उन्हें एक जैसी कीमतों पर सामान की सप्लाई करने की मांग की है।
सामान की सप्लाई बंद करने की दी चेतावनी
फेडरेशन ने कहा, अगर समान कीमतों पर सप्लाई की मांग को नहीं माना जाता है तो उनके सेल्समैन किराना स्टोर्स को सामान की सप्लाई करना बंद कर देंगे। लॉन्च हुए नए प्रोडक्ट भी किराना स्टोर्स तक नहीं पहुंचाएंगे। उन्होंने इसके लिए कंज्यूमर कंपनीज को 1 जनवरी तक का समय दिया है।
20 से ज्यादा कंपनियों को भेजा पत्र
ग्रुप प्रेसिडेंट धैर्यशील पाटिल ने कहा, इस पत्र को रेकिट, हिंदुस्तान यूनिलीवर, कोलगेट और 20 अन्य कंज्यूमर गुड्स कंपनीज को भेजा गया था। पत्र में कहा गया है, ‘हम रिटेलर्स को कई सालों से अच्छी सर्विस दे रहे हैं… हमने असहयोग आंदोलन बुलाने का फैसला किया है।’
2024 तक 10 मिलियन पार्टनर स्टोर तक पहुंचने का लक्ष्य
भारत में लगभग 900 अरब डॉलर का रिटेल मार्केट है। इसमें किराना स्टोर्स की हिस्सेदारी करीब 80% की है। 150 शहरों में लगभग 300,000 स्टोर रिलायंस से सामान मंगवाते हैं। कंपनी का टारगेट 2024 तक 10 मिलियन पार्टनर स्टोर तक पहुंचने का है।