छत्तीसगढ़: दुर्ग कलेक्टर डॉ. एसएन भुरे के निर्देश पर शासकीय जमीन पर बेजा कब्जा को लेकर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है। नगर पालिका परिषद जामुल के वार्ड 20 शहीद वीर नारायण सिंह वार्ड के दामाद पारा में 120 लोगों के परिवार ने करोड़ों की कीमत की 25 एकड़ शासकीय भूमि पर कब्जा कर वहां स्थाई व अस्थाई निर्माण कर लिया था। एसडीएम धमधा ने कार्रवाई करते हुए सभी निर्माण को जेसीबी से जमीनदोज करा दिया है।
कलेक्टर ने जिले की शासकीय जमीन को बेजा कब्जा से मुक्त कराने के लिए अभियान चलाया है। इसी कड़ी में उन्हें शिकायत मिली थी। जामुल नगर पालिका के वार्ड 20 में 120 लोगों के परिवार ने दबंगई करते हुए 25 एकड़ शासकीय जमीन पर कब्जा कर लिया है। कलेक्टर ने एसडीएम धमधा बृजेश क्षत्रीय के निर्देश में एक टीम गठित कर मामले की जांच कराई। जांच में शिकायत सही पाए जाने पर पूर्व कब्जाधारी को नोटिस भी दिया गया। नोटिस के बाद भी जब उन्होंने जमीन को कब्जामुक्त नहीं किया तो इस पर कार्रवाई करते हुए 25 एकड़ शासकीय भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया।
कई घरों को तोड़ा गया
25 एकड़ शासकीय जमीन पर सभी लोगों ने दर्जनों पक्के मकान बना लिए थे। इसके साथ ही बाकी की जमीन को घेरकर वहां अपना दूसरा कार्य करते थे और बाड़ी भी लगा रखी थी। एसडीएम ने टीम भेजकर जेसीबी से सभी मकानों व बाउंड्रीवाल को तोड़वा दिया। इस दौरान उन लोगों ने विरोध करने की कोशिश भी की, लेकिन तैनात पुलिस बल ने उन्हें पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।
चारागाह की जमीन पर कर रहा था खेती
दुर्ग के ग्राम पंचायत रूहा के आश्रित ग्राम सुखरीखुर्द में लगभग 20 एकड़ जमीन चारागाह व तालाब के नाम पर है। इस जमीन पर धमधा निवासी अंकित दानी ने बल पूर्वक कब्जा कर लिया था। उसने जमीन को समतल करके और तालाब को पाटकर वहां कई सालों से कृषि कार्य कर रहा था। इस जमीन को खाली कराने के लिए मंगलवार को ग्राम पंचायत ने विधिवत प्रस्ताव पारित किया और एसडीएम से जमीन को कब्जा मुक्त कराने की मांग की। एसडीएम धमधा बृजेश क्षत्रीय तहसीलदार व नायब तहसीलदार सहित पुलिस बल को भेजकर लगभग 20 एकड़ जमीन को कब्जा मुक्त कराया।