भिलाई: पाटन क्षेत्र से भाजपा के जिला पंचायत सदस्य मोनू साहू ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। साहू को पार्टी में प्रवेश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिलाया है। भाजपा के जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने मोनू का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक मोनू भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भी हैं। मोनू को पाटन क्षेत्र में बड़े जनाधार वाला नेता के रूप में जाना जाता है। साहू के कांग्रेस में जाने भाजपा को करारा झटका लगा है। एक तरफ जहां भाजपा मिशन 2025 की तैयारी में लगी है। संगठन को मजबूत करने के लिए बड़े नेता लगे हुए हैं। ऐसे समय में साहू का अचानक कांग्रेस पार्टी ज्वाइन भाजपा के लिए बड़ा नुकसान बताया जा रहा है। मोनू साहू के इस फैसले की सूचना मिलते ही भाजपा जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का मैसेज कर दिया है। मोनू ने अचानक इतना बड़ा फैसला क्यों लिया, इसके पीछे कई वजहें बताई जा रही हैं।
मोनू साहू ने लगाया छत्तीसगढ़िया कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज करने का आरोप
मोनू साहू ने भाजपा को दिए अपने इस्तीफे में आरोप लगाया है कि वह भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं के रवैये से काफी आहत हैं। यहां छत्तीसगढ़िया कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। इसलिए वह पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने यह भी लिखा कि पिछले दिनों मोनू के ऊपर एक पत्रकार के साथ मारपीट करने का आरोप लगा था। मोनू पर एफआईआर दर्ज हुई और गिरफ्तारी भी। इस मामले में भाजपा के बड़े नेताओं ने उसका साथ नहीं दिया।
वाट्सअप मैसेज के आधार पर जिलाध्यक्ष ने किया निष्कासित
भाजपा के जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने मोरध्वज उर्फ मोनू साहू द्वारा वाट्सअप पर भेजे उनके इस्तीफे को आधार मानते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित किया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रमांक 10 निवासी ग्राम अमलेश्वर मोरध्वज जो कि भारतीय जनता पार्टी का सदस्य एवं पदाधिकारी हैं। उनके द्वारा व्हाट्सएप मेसेज के माध्यम से भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दिया गया है। उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर लिया है। मोनू साहू को भारतीय जनता पार्टी ने मान सम्मान, पद प्रतिष्ठा देकर हमेशा सम्मानित किया है। उनके द्वारा पार्टी छोड़ने से पहले भाजपा के पदाधिकारियों के ऊपर ऐसा भेदभाव पूर्ण आरोप लगाना निराधार है। मोनू साहू ने भाजपा से इस्तीफा देकर कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर लिया। अतः भारतीय जनता पार्टी संयुक्त मण्डल पाटन के द्वारा मोरजध्वज मोनू साहू को भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया जाता है।