महाराष्ट्र के पुणे में 10 दिन पहले एक शख्स के 4 साल के बेटे का अपहरण हो गया था. मजबूर पिता ने सोशल मीडिया के माध्यम से किडनैपरों से गुहार लगाई कि यदि उसके बेटे को बुखार आ जाए तो उस कफ सिरप देना, उसे वही पसंद है.
- मजबूर पिता ने सोशल मीडिया के माध्यम से किडनैपरों से लगाई गुहार.
- पिता ने कहा कि बेटे को बुखार आने पर कफ सिरप देना, उसे वही पसंद है.
- 10 दिन पहले हुआ था उनके बेटे का अपहरण.
पुणे: पूरे महाराष्ट्र में आज डुग्गू की ही चर्चा हो रही है जो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. डुग्गू सिर्फ 4 साल का है. डुग्गू प्यार से रखा गया नाम है.
पुणे के बालेवाडी से डुग्गु का 10 दिन पहले किडनैप हो गया था. सीसीटीवी से मिली एक तस्वीर में नजर आ रहा है कि स्कूटर पर आए एक शख्स ने उनके बेटे को उठा लिया था. डुग्गू के पिताजी पर बेटे का अपहरण होने से टूट दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. उन्होंने आखिरकार सोशल मीडिया पर अपना दुख बयान कर ही दिया.
बुखार आए तो यह कफ सिरप देना
डुग्गू के पिताजी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ”जो चाहे मांगो, जो चाहे ले लो, मगर मेरे जिगर का टुकड़ा मुझे वापस दे दो, मेरा डुग्गू बीमार होगा, उसने कुछ खाया नहीं होगा. उसे बुखार आए तो यह कफ सिरप देना, जो मैं फोटो में पोस्ट कर रहा हूं. डुग्गू को बुखार आए तो वही देना, वह यही पीता है, उसे यही पसंद है.”
लोकल नेताओं ने लगवाए डुग्गु के पोस्टर
डुग्गु मिल जाए, इसके लिए लोकल नेताओं ने पोस्टर लगाकर डुग्गु के बारे में पता करने की कोशिश की.
और 10 दिन बाद ऐसे मिला डुग्गू…
सोशल मीडिया पर हो रही ऐसी अपील से किडनैपर का दिल भी पसीज गया. वह रास्ते में एक श्रमिक के पास डुग्गु को ये कहकर छोड़ जाते हैं कि हम 10 मिनट में आते हैं और फिर वह आते ही नहीं. डुग्गु को किडनैपरों ने एक बैग भी दिया था जिसमें उसके घरवालों का नंबर था. जब 10 मिनट तक कोई नहीं आया तो उस श्रमिक ने बैग में मिले नंबर पर फोन लगाया. वह नंबर डुग्गु के घरवालों का था. इस तरह बच्चे के मिलने से उनके पिता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. बच्चे का किसने और क्यों अपहरण किया? इस बारे में कुछ भी पता नहीं चल सका.