मध्यप्रदेश: शिवपुरी में 6 साल की भतीजी की दुष्कर्म के बाद हत्या करने वाले चाचा को पुलिस ने रविवार काे गिरफ्तार कर लिया। मिडिया की टीम जब आरोपी के गांव पहुंची ताे उसकी दरिंदगी और हैवानियत का सच रोंगटे खड़े करने वाला था। गांव के लिए नासूर बना चुका आरोपी पुलिस की गिरफ्त में पहुंचा तो गांववालों ने भी सालों से दिल में दबाए राज को उगल दिया। आरोपी का गांव में ऐसा आतंक था कि उसके घर के पास से भी लड़की और महिलाएं नहीं गुजरती थीं। इस हैवान की दरिंदगी का शिकार महिलाएं, लड़कियां ही नहीं गाय, भैंस, भेड़ और बकरियां तक हो चुकी हैं। इसके वहशीपन से तंग आकर उसके भाई ने ही उसका एक पैर काट दिया था। उसने तीन शादी की, इसमें से दो की मौत हो गई, जबकि एक पत्नी छोड़कर भाग गईं।
आरोपी के घर के सामने से महिलाएं, लड़कियां क्या पशुओं को भी गुजरने नहीं दिया जाता था।
5 साल की उम्र से ही हरकतें शुरू कर दी
गांववालों ने बताया कि आरोपी के आतंक की कहानी तो 5 साल की उम्र से ही शुरू हो गई थी। बचपन से ही आरोपी को चोरी और लूटपाट में मजा आने लगा था। थोड़ा बड़ा हुआ तो मां-बाप, बड़े भाई और दादी को मारना-पीटना शुरू कर दिया। लूटपाट के साथ ही उसकी नजरें लड़कियों और महिलाओं की ओर भी उठने लगीं। वह बस मौके इंतजार में रहता, कोई लड़की या महिला मिले तो उसके साथ छेड़छाड़ या हरकत करने का कोई मौका नहीं चूकता था।
दादी बोली – ऐसे दरिंदे को जिंदा रहने का कोई हक नहीं, उसे फांसी हो।
मां-बाप ने गांव छोड़ा, दादी के साथ रहता था
आरोपी गांव में अपनी दादी के साथ रहता था। आरोपी की मारपीट से परेशान होकर भाई अलग रहने लगा। माता-पिता भी मजदूरी करने शहर गए तो फिर वापस नहीं आए। आरोपी कोई काम-धंधा नहीं करता है। दादी की माने तो घर के सामान बेचकर या गिरवी रखकर पैसों का जुगाड़ करता है। सरकारी राशन जो मिलता है, उसे भी बेचकर काम चलाता है। उसकी हकरतें ऐसी हैं कि सगे भाई ने ही परेशान होकर 5 साल पहले उसका पैर काट दिया था। हालांकि पैर कट जाने के बाद भी उसकी हरकतें कम नहीं हुईं। भाई का कहना है कि मैंने सोचा था कि अगर मैं उसका पैर काट दूंगा तो उसका आतंक खत्म हो जाएगा, लेकिन ऐसा हो नहीं सका।
पुलिस गिरफ्त में जाते ही ग्रामीणों ने आरोपी की दरिंदगी की पूरी कहानी सुनाई।
तीन शादी की, दो पत्नियों की मौत, एक छोड़कर भागीं
आरोपी की दादी का कहना है कि 15 साल पहले उसकी पहली शादी हुई थी। जिसकी 1 साल बाद संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। गांववालों का कहना है कि आरोपी ने ही उसकी हत्या की थी। दूसरी पत्नी शादी के 2 दिन बाद ही घर छोड़कर भाग गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि फिर उसकी तीसरी शादी हुई। डेढ़ साल बाद तीसरी पत्नी की भी डिलीवरी के समय माैत हो गई।
आरोपी ने मासूम की हत्या कर लाश को गेहूं रखने की इसी डहरी में छिपा दिया था।
आरोपी के घर के सामने से महिलाएं तो क्या जानवर भी नहीं गुजरते थे
आरोपी का आतंक ऐसा था कि उसके घर के आसपास से लड़कियां और महिलाएं तो क्या गांववाले अपने जानवर भी नहीं गुजरने देते थे। लोगों का कहना है कि वह सरेराह लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करता था। महिलाएं भी उसकी शैतानी हरकतों से नहीं बच पाती थीं। उसने गांव के कई जानवरों के साथ भी आप्रकृतिक कृत्य किया है। ग्रामीणों के साथ ही दादी का कहना है कि ऐसे दरिंदे को जिंदा रहने का कोई अधिकार नहीं है, उसे तो फांसी होनी चाहिए।
यह है पूरा घटनाक्रम
मध्यप्रदेश के शिवपुरी में 6 साल की बच्ची से रिश्ते में चाचा लगने वाले आरोपी ने पहले रेप किया, फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। घटना तेंदुआ थाना इलाके के इमलिया गांव की है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बच्ची 14 जनवरी से लापता थी। आरोपी ने बच्ची का गला घोंटने के बाद उसका शव बिंडा (गांव में गेहूं रखने के लिए बनाई जाने वाली जगह) में छिपा दिया था। बच्ची के परिजनों का कहना है कि 14 जनवरी को गांव से थोड़ी दूर संक्राति का मेला लगा था। जहां गांव के कई लोग गए थे। जब बच्ची घर पर नहीं मिली, तो परिजनों को लगा कि वह भी मेले में गई होगी। बच्ची जब रात तक घर नहीं पहुंची, तो परिजन उसे ढूंढने लगे। 15 जनवरी की शाम आरोपी की दादी ने सरकारी राशन में मिले गेहूं को डालने के लिए बिंडा खोला, तो उसमें मासूम का शव मिला। फिर दादी ने लोगों को इसकी सूचना दी।