Friday, October 10, 2025

बिलासपुर : जिला सहकारी बैंक में गड़बड़ी, पांच कर्मचारी बर्खास्त, किसानों के खातों में की हेराफेरी; कलेक्टर ने लिया एक्शन

बिलासपुर: जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के स्टाफ उप समिति ने अनियमितता बरतने वाले कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई की है। किसानों के खातों में जमा पैसे में हेराफेरी करने वाले पांच कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। वहीं, दो कर्मचारियों का डिमोशन कर दिया गया है। बर्खास्त कर्मचारियों पर किसानों की बैंक में जमा राशि हड़पने और एक मद की राशि का उपयोग दूसरे मद में उपयोग किया है।

जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की स्टाफ उप समिति की बैठक कलेक्टर एवं प्राधिकृत अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इसमें उपायुक्त सहकारिता एवं उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं बिलासपुर, सदस्य उप संचालक कृषि, कृषि विभाग बिलासपुर, सदस्य एवं बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी शामिल हुए। जिन कर्मचारियों पर गड़बड़ी और किसानों की जमापूंजी गबन करने का गंभीर आरोप लगे हैं। उनकी अलग से जांच कराई गई है। बैठक में कमेटी की जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। जिसमें शिकायतों की पुष्टि की गई है और कर्मचारियों को दोषी पाया गया है। जांच रिपोर्ट में इन कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। जांच कमेटी की अनुशंसा पर स्टाफ समिति ने उनकी बर्खास्तगी की कार्रवाई की है।

जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की स्टाफ उप समिति की अनुशंसा पर हुई कार्रवाई।

जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की स्टाफ उप समिति की अनुशंसा पर हुई कार्रवाई।

इन कर्मचारियों को किया गया बर्खास्त
जांजगीर-चांपा जिले के अकलतरा शाखा के कनिष्ठ लिपिक करुणेश कुमार चंद्राकर ने बलौदा के कोरबी शाखा के डोंगरी निवासी ऋणि सदस्य रामकुमार पिता रंगनाथ को दीर्घ कृषक के रूप में केसीसी ऋण वितरण पात्रता से अधिक किया था, जिसकी जांच में उसे दोषी पाया गया। इसके साथ ही एक अन्य मामले में अकलतरा शाखा के पुराना रिव्हाल्विंग खाता जिसमें दो मार्च 2013 को एक करोड़ 53 लाख 82 हजार 902 रुपए का तत्कालीन शाखा प्रबंधक द्वारा समायोजन किया गया था, जो कि पूर्णतः गलत था। राशि का उपयोग समिति को भुगतान करने व धान खरीदी भुगतान के लिए उपयोग कर लिया गया है। एक करोड़ 53 लाख 82 हजार 902 रुपए की बैंक को क्षति पहुंचाए जाने पर उसे आरोप पत्र जारी किया गया है।

किसान के खाते में जमा पैसों का किया आहरण
मालखरौदा के संस्था प्रबंधक विरेंद्र कुमार आदित्य व कनिष्ठ लिपिक प्रवीण कुमार शर्मा ने मिलकर सीपत निवासी पंकज भूषण मिश्रा और शांता देवी मिश्रा के संयुक्त खाते में जमा 95 हजार रुपए को अलग-अलग तिथियों में मालखरौदा शाखा से आहरण कर गबन कर लिया गया है, जिसकी जांच में आरोप प्रमाणित होने पर उन्हें दोषी पाया गया है।

अनपोस्टेड अकाउंट से पैसे निकाल कर की गड़बड़ी
कोटा के करगीरोड शाखा के तत्कालीन लिपिक व ऑपरेटर प्रकाश चंद कुभंज ने खाताधारकों के बैंक के अनपोस्टेड खातों से अनियमित तरीके से नकद व ऑनलाइन ट्रांसफर कर हेराफेरी की है, जिसकी जांच में उसे दोषी पाया गया है। उसने खाताधारकों व अनपोस्टेड की मूलधन 30,91,506 रुपए व ब्याज की राशि 51,496 रुपए आहरित किया है।

नियमों को दरकिनार कर राशि समायोजित करने पर डिमोशन
अकलतरा शाखा के पर्यवेक्षक संतोष कुमार सोनी ने पुराना रिवाल्विंग खाता जिसमें 23 मार्च 2013 को 1 करोड़ 53 लाख 82 हजार 902 रुपए का समायोजन किया गया है। तत्कालीन शाखा प्रबंधक ने नियमों को ताक में रखकर समायोजन किया है। इन खातों में अंतिम बैलेंस जिसे नये रिवाल्विंग खातों में ट्रासंफर किया गया है। इसका योग जमा 1 करोड़ 53 लाख 82 हजार 902 के बराबर नहीं है। इस राशि का उपयोग समिति को भुगतान करने व धान खरीदी के भुगतान के लिए दिया गया था, जिसकी जांच के बाद पर्यवेक्षक को दोषी पाया गया है।

बिना सूचना के गायब कार्यालय सहायक भी बर्खास्त
मुख्य कार्यालय बिलासपुर के कार्यालय सहायक शंशाक शास्त्री मई 2018 से बिना सूचना के लगातार अनुपस्थित है। उसके खिलाफ जांच कर उसे आरोप पत्र एवं पूरक आरोप पत्र जारी किया गया है, जिसका कोई जवाब नहीं देने के कारण उसे सेवा से बर्खास्त किया गया है।

किसानों के जमा पैसे किया आहरण पर डिमोशन
कोटा के करगीरोड शाखा के माधव सिंह चौहान ने समितियों का केसीसी के तहत ऋण वितरण का समायोजन विलंब कियका है। इसके साथ ही केश रेक्टिफिकेशन खाता से जमा किए जाने के संबंध में आरोप पत्र जारी किया गया। इसी तरह एक अन्य प्रकरण में बैंक कर्मचारी प्रकाश कुंभज के साथ मिलकर 13 अगस्त 2021 से अब तक 30 किसानों के खाते से अनियमित तरीके से नगद एवं ऑनलाइन ट्रांसफर पैसे ट्रांसफर कर गड़बड़ी की गई है।



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