Friday, August 22, 2025

बिलासपुर : दीपका मेगाप्रोजेक्ट एसईसीएल कोल टेस्टिंग लैब में काम करती हुई महिला कर्मचारी 

  • कोयला गुणवत्ता में सुधार से एसईसीएल को हुआ 53 करोड़ का फायदा
  • विजिलेन्स तथा क्वालिटी कंट्रोल डिपार्टमेन्ट लगातार कर रहे कार्यवाही
  • अक्टूबर 2024 से जनवरी 2025 के बीच कोयले की गुणवत्ता में हुआ 20 प्रतिशत का इजाफा

बिलासपुर (BCC NEWS 24): एसईसीएल में अक्टूबर 2024 से जनवरी 2025 के बीच कोयले की गुणवत्ता (कोल ग्रेड कन्फर्मेशन) में 20% की बढ़ोत्तरी हुई है जिससे कंपनी को लगभग 53 करोड़ का फायदा हुआ है। कोल क्वालिटी के सुधार के मिशन में एसईसीएल विजिलेन्स टीम ने क्वालिटी कंट्रोल डिपार्टमेन्ट तथा फील्ड ऑफिसर्स के सहयोग से सफलता पाई है। अक्टूबर 2024 में कुल 4855 सैंपल के आधार पर एसईसीएल के कोयले की क्वालिटी का ग्रेड कन्फर्मेशन 65% था। इसे देखते हुए एसईसीएल द्वारा कई सकारात्मक कदम उठाते हुए समय-समय पर सैंपलिंग प्रक्रिया की क्लोज़ मॉनिटरिंग कर इसे सुव्यवस्थित करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए। कंपनी में कोयला गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए कोयला भंडारण, डिस्पैच प्रक्रिया तथा सैंपल लिए जाने की प्रक्रिया को सुदृढ़ किया गया।

नतीजन जनवरी 2025 में एसईसीएल लैब में हुए टेस्टिंग अनुसार ग्रेड कन्फर्मेशन बढ़कर 83% हो गया है। इस प्रकार जनवरी 2025 में पिछले पाँच वर्षों में सबसे बेहतर कोल क्वालिटी दर्ज की गई है। एसईसीएल के मेगाप्रोजेक्ट्स की बात करें तो अक्टूबर 2024 में दीपका एवं कुसमुंडा का ग्रेड कन्फर्मेशन प्रतिशत 38.74 एवं 72.47 था जोकि जनवरी 2025 में बढ़कर 90% से अधिक हो गया है। कंपनी के गेवरा, दीपका तथा कुसमुंडा मेगाप्रोजेक्ट्स को कोल क्वालिटी में सुधार से लगभग 17 करोड़ का फायदा हुआ है।

एसईसीएल के सतत प्रयास से न केवल एसईसीएल को वित्तीय लाभ हुआ है, बल्कि उपभोक्ताओं का विश्वास भी बढ़ा है। उच्च ग्रेड कन्फर्मेशन से कंपनी की विश्वसनीयता और दक्षता में भी वृद्धि हुई है। एसईसीएल अपने सतत प्रयासों से कोयला गुणवत्ता प्रबंधन को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाला कोयला उपलब्ध कराया जा सके और कंपनी की समग्र कार्यक्षमता में सुधार होता रहे।



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