BILASPUR: बिलासपुर के सिम्स अस्पताल की मॉर्च्युरी में 27 दिन से पड़ी युवक की लाश का गुरुवार को अंतिम संस्कार किया गया। ग्राम बेलसरी निवासी योगेश खांडे ने 28 फरवरी की रात अरईबंद मोड़ के पास फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। परिजन ने हत्या का केस दर्ज करने की मांग करते हुए शव को ले जाने से मना कर दिया था। मामला तखतपुर थाना क्षेत्र का है।
दरअसल, योगेश की बॉडी लोहे की पाइप पर लटक रही थी। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया, जिसमें उसके आत्महत्या करने की पुष्टि हुई थी। वहीं, परिजन हत्या की आशंका जताते हुए दोषियों पर केस दर्ज करने की मांग करने लगे और शव को छोड़कर चले गए थे। गुरुवार को पुलिस की समझाइश और जांच कराने के आश्वासन के बाद परिजन शव लेकर गए।
फंदे पर लटकती मिली थी योगेश खांडे की लाश।
दोस्त पर सुसाइड के लिए उकसाने का केस दर्ज
इस घटना के बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से असंतुष्ट परिजन और समाज के लोगों ने आंदोलन शुरू कर दिया। पहले उन्होंने थाने में हंगामा मचाया और फिर एसपी ऑफिस का घेराव किया। उनके दबाव में आकर पुलिस ने मामले की जांच कराई और मृतक के दोस्त नरेंद्र ठाकुर पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद भी परिजन और समाज के लोग नाराज थे। उन्होंने नेहरु चौक पर प्रदर्शन कर IG ऑफिस का घेराव भी किया। इस बीच युवक की लाश सिम्स अस्पताल की मॉर्च्युरी में पड़ी रही।
परिजन और समाज के लोगों ने किया था आंदोलन।
TI की समझाइश पर किया अंतिम संस्कार
परिजन का आरोप है कि योगेश की हत्या कर उसे फंदे पर लटकाया गया है। उन्होंने इस घटना में अन्य युवकों के भी शामिल होने की आशंका जताई। साथ ही हत्या का केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। पुलिस ने पीएम रिपोर्ट और जांच के आधार पर कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब भी परिजन और समाज के लोग नहीं माने।
इसके चलते योगेश की लाश 27 दिनों तक मॉर्च्युरी में पड़ी रही।TI हरीश तांडेकर ने उन्हें समझाइश दी और जांच के बाद कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। जिसके बाद परिजन अस्पताल से शव लेकर गए और अंतिम संस्कार किया।
(Bureau Chief, Korba)