Thursday, August 21, 2025

भाजपा-AIADMK गठबंधन का ऐलान, तमिलनाडु विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे, गृहमंत्री शाह बोले- 2026 में पलानीस्वामी होंगे CM फेस

चेन्नई: गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को चेन्नई में भाजपा और AIADMK के गठबंधन का ऐलान किया। उन्होंने कहा 2026 में तमिलनाडु विधानसभा चुनाव AIADMK प्रमुख ई पलानीस्वामी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। सीटों का बंटवारा बाद में चर्चा के बाद तय किया जाएगा।

शाह ने कहा कि गठबंधन को लेकर AIADMK की कोई डिमांड नहीं है, न ही BJP उनके अंदरूनी मामलों में कोई हस्तक्षेप करेगी। पार्टी का NDA में शामिल होना दोनों के लिए ही बहुत फायदेमंद है।

शाह बोले- अगला चुनाव DMK सरकार के भ्रष्टाचार, दलितों पर, महिलाओं पर अत्याचार के आधार लड़ा जाएगा। लोग डीएमके से घोटालों पर जवाब मांग रहे हैं, चुनाव में इन्हीं मुद्दों पर जनता वोट देगी।

सितंबर 2023 में तत्कालीन तमिलनाडु प्रमुख अन्नामलाई की गई कुछ टिप्पणियों के कारण अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) NDA से अलग हो गई थी।

गठबंधन के ऐलान के वक्त अन्नामलाई भी अमित शाह, पलानीस्वामी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद थे।

गठबंधन के ऐलान के वक्त अन्नामलाई भी अमित शाह, पलानीस्वामी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद थे।

तमिलनाडु में 234 सीटें, शाह बोले- जरूरत पड़ी तो CMP भी होगा

प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि कुछ मुद्दों पर एआईएडीएमके के अलग-अलग रुख हैं। लेकिन इस पर हम बैठकर चर्चा करेंगे, जरूरत पड़ी तो न्यूनतम साझा कार्यक्रम (कॉमन मिनिमम प्रोग्राम, CMP) भी होगा।

अन्नामलाई भी स्टेट प्रेसिडेंट चुनाव से पीछे हटे

इधर, शुक्रवार को ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का नाम भी सामने आ गया। तिरुनेलवेली से भाजपा विधायक नयनार नागेन्द्रन भाजपा के अगले प्रदेश अध्यक्ष बन सकते हैं। नागेंद्रन पहले AIADMK में रह चुके हैं, जिससे गठबंधन को मजबूती मिलने की संभावना है।

नागेंद्रन के नाम की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। लेकिन शाह के एक X पोस्ट के मुताबिक नयनार का नाम मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष के अन्नामलाई ने प्रस्तावित किया था।

पिछले चुनाव में AIADMK-BJP गठबंधन को 75 सीटें ही मिली थी

2021 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में DMK ने राज्य की कुल 234 सीटों में से 133 पर जीत हासिल की। DMK गठबंधन ने कुल 159 सीटों पर जीत दर्ज की। NDA गठबंधन केवल 75 सीटें ही जीत सका। AIADMK को 66 सीटें मिली थीं। भाजपा 4 सीटों पर जीती थी। गठबंधन के अन्य दलों को 5 सीटें मिली थी।

AIADMK ने लगातार दो कार्यकाल (2011-2021) तक राज्य पर शासन किया। जीत के बाद, एमके स्टालिन राज्य के मुख्यमंत्री बने। एडप्पादी के. पलानीस्वामी के नेतृत्व में AIADMK ने सोलहवीं तमिलनाडु विधानसभा में विपक्षी दल का पद संभाला।

सितंबर 2023 में तमिलनाडु के BJP प्रदेश अध्यक्ष रहे अन्नामलाई की कुछ टिप्पणियों के कारण अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) NDA से अलग हो गई थी।

लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली थी

2021 का विधानसभा चुनाव भी AIADMK और बीजेपी ने गठबंधन में लड़ा था। इसके बाद भाजपा और अन्नाद्रमुक ने 2024 का लोकसभा चुनाव अलग-अलग गठबंधन में लड़ा, लेकिन डीएमके उस चुनाव में भी जीत गई। इसे अन्नाद्रमुक और भाजपा के लिए झटका माना गया।

तमिलनाडु में लोकसभा की कुल 39 सीटें हैं। सत्ताधारी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) की अगुआई में INDIA गठबंधन ने सभी सीटों पर जीत दर्जकी है। डीएमके को 22, कांग्रेस को 9,सीपीआई, सीपीआई(एम) और VCK को 2-2 और MDMK और IUML को एक-एक सीट पर जीत मिली है।

पड़ोसी केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी की भी एक सीट पर कांग्रेस की जीती है। AIADMK और भाजपा के नेतृत्व वाले NDA का खाता तक नहीं खुल सका।



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