नई दिल्ली: ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने पिछले महीने PM मोदी की ब्राजील यात्रा पर चर्चा की, जिसमें उन्होंने ट्रेड, तकनीक, एनर्जी, डिफेंस और एग्रीकल्चर जैसे मुद्दों पर आपसी सहयोग मजबूत करने पर सहमति जताई थी।
दोनों नेताओं ने भारत-ब्राजील रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने की भी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने रीजनल और ग्लोबल मुद्दों पर भी बात की।
इससे पहले सिल्वा ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प से बातचीत का प्रस्ताव ठुकरा कर दिया था। तब उन्होंने कहा था कि मैं टैरिफ पर बात करने के लिए ट्रम्प को कॉल नहीं करूंगा। इसके बदले पीएम नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग जैसे नेताओं से बातचीत करना चाहूंगा।
वहीं, दूसरी तरफ गुरुवार को इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ भारत का समर्थन करते हुए खास देश और मोदी को अच्छा दोस्त बताया है। उन्होंने 50% टैरिफ से निपटने में भारत की मदद की पेशकश की है और कहा है कि वह मोदी को कुछ निजी सलाह देंगे।

पीएम मोदी पिछले महीने ब्राजील दौरे पर पहुंचे थे, जहां उन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान दिया गया था।
ब्राजील-भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने पर बातचीत
ब्राजील के राष्ट्रपति कार्यालय के अनुसार, लूला और मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाकर सालाना 20 बिलियन डॉलर से ज्यादा करने पर बात की, जो पिछले वर्ष लगभग 12 बिलियन डॉलर था।
ब्राजील ने कहा कि वे भारत और दक्षिण अमेरिकी व्यापार समूह मर्कोसुर के बीच व्यापार समझौते की पहुंच को बढ़ाने पर भी सहमत हुए, और अपने देशों के वर्चुअल पेमेंट प्लेटफार्मों पर चर्चा की।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रेस रिलीज में ट्रम्प या अमेरिकी टैरिफ का उल्लेख नहीं किया है। हालांकि, दोनों नेताओं ने आपसी हित के विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत की।
ट्रम्प ने भारत-ब्राजील पर 50% टैरिफ लगाया
अमेरिका ने हाल ही में ब्राजील और भारत पर 50% टैरिफ लगाया है। ट्रम्प ने भारत पर रूसी तेल खरीदने की वजह से, जबकि ब्राजील पर पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के चलते टैरिफ लगाया है।
बोल्सोनारो पर 2022 के चुनाव हारने के बाद तख्तापलट की साजिश रचने का आरोप है। इसके चलते अमेरिका और ब्राजील के बीच रिश्ते और बिगड़ गए हैं।
नेतन्याहू ने भारत को खास देश बताया
वहीं, भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव के बीच, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत को एशिया में खास देश बताया।
नेतन्याहू ने भारत का सपोर्ट करते हुए कहा कि अमेरिका यह समझता है कि भारत एक मजबूत साझेदार है। भारत एक ऐसा देश है जो एशिया में अलग पहचान रखता है।
नेतन्याहू ने ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल होने वाले इजराइली हथियारों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा- सभी हथियारों ने अच्छा काम किया। साथ ही उन्होंने आतंकवाद से निपटने के लिए भी मदद करने की बात कही।
नेतन्याहू ने जल्द भारत आने की इच्छा जताई। उन्होंने तेल अवीव और बेंगलुरु के बीच सीधी उड़ानें शुरू करने को लेकर भी रुचि व्यक्त की, और कहा कि इससे यात्रा का समय केवल छह घंटे रह जाएगा, जो सैन फ्रांसिस्को की उड़ान से भी कम है।
नेतन्याहू का यह बयान ऐसे समय में आया है जब ट्रम्प ने भारत के सामानों पर पहले 25% टैरिफ और बुधवार को एक्स्ट्रा 25% टैरिफ की घोषणा की।
नेतन्याहू ने ऑपरेशन सिंदूर पर भी बयान दिया
इजराइली PM ने भारत और इजराइल के बीच मजबूत डिफेंस सहयोग की भी तारीफ की, खासकर ऑपरेशन सिंदूर में इजराइली मिलिट्री इक्विपमेंट के इस्तेमाल की। उन्होंने कहा कि ये इक्विपमेंट युद्ध में बेहतरीन साबित हुए।
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने 7 मई को पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। इस दौरान भारत ने इजराइली हार्पी और स्काईस्ट्राइकर जैसे “सुसाइड ड्रोन्स” का इस्तेमाल किया था, जिन्होंने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम और चीनी रडार को तबाह कर दिया था।

(Bureau Chief, Korba)