छत्तीसगढ़: बीजापुर जिला मुख्यालय में छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के मौके पर आयोजित की गई खेलकूद प्रतियोगिता में रस्साकशी का भी आयोजन किया गया। इसमें विधायक विक्रम शाह मंडावी, कलेक्टर राजेंद्र कटारा समेत अन्य जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए। रस्सी कमजोर थी, जिसके कारण वो बीच से ही टूट गई और विधायक विक्रम मंडावी समेत अन्य जनप्रतिनिधि नीचे गिर पड़े।
1 नवंबर को छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के मौके पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। इसी कड़ी में 1 नवंबर को जनप्रतिनिधियों के बीच भी रस्साकशी प्रतियोगिता की गई थी। एक तरफ विधायक और जनप्रतिनिधि वहीं दूसरी तरफ कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने रस्साकशी का मुकाबला किया। ये प्रतियोगिता पूरे कार्यक्रम में आर्कषण का केन्द्र रही। लोगों ने जमकर माहौल का लुत्फ लिया, साथ ही प्रतियोगियों का उत्साहवर्धन भी किया।
बीजापुर स्थित मिनी स्टेडियम में कार्यक्रम आयोजित।
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 22वीं सालगिरह पर कार्यक्रमों का आयोजन बीजापुर स्थित मिनी स्टेडियम में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक व बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी रहे। उन्होंने छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना और दीप प्रज्वलन कर राजगीत के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
जनप्रतिनिधियों के बीच रस्साकशी प्रतियोगिता।
एक दिवसीय राज्य स्थापना कार्यक्रम में फोटो प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा के मार्गदर्शन में जनसंपर्क विभााग ने ये फोटो प्रदर्शनी लगाई थी। इसमें मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, नरवा, गरवा, घुरवा व बाड़ी योजना, मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर लघु वनोपज संग्रहण, तेन्दूपत्ता संग्रहण, श्री धन्वतरी सस्ती दवाई दुकान में जेनेरिक दवाईयों की उपलब्धता को छायाचित्रों में समाहित किया गया।
मैदान में खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते लोग।
राज्योत्सव मैदान में तीरंदाजी, खो-खो और कबड्डी जैसी खेल प्रतियोगिताएं भी हुईं। विधायक और कलेक्टर ने खिलाड़ियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी। कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने जिले की उपलब्धियों को बताते हुए कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पेजयल, सड़क, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं से बीजापर के विकास को गति मिल रही है। बीजापुर के सुदूर क्षेत्रों में वर्तमान में 7 स्वामी आत्मानंद स्कूल संचालित हैं। वहीं 30 प्रस्तावित हैं। इसी तरह रनिंग वॉटर, स्मार्ट क्लास, सामुदायिक बाड़ी, नरवा विकास, सिंचाई की सुविधा दी जा रही है।