BILASPUR: बिलासपुर में होलिका दहन की रात चार बदमाश युवकों ने मिलकर एक युवक पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर उसकी हत्या कर दी। इस वारदात के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हमलावरों के साथ जमीन को लेकर विवाद चल रहा था, जिस पर उन्होंने साल भर पहले भी युवक पर जानलेवा हमला किया था।
हत्या के प्रयास के इस केस में आरोपी समझौता करने के लिए दबाव बना रहा था। युवक ने ऐसा करने से मना किया, तब उन्होंने चाकू से हमला कर दिया। मामला तखतपुर थाना क्षेत्र का है।
तखतपुर के वार्ड क्रमांक एक मंडी चुलघट रोड के पास के पास रहने वाला आशीष धुरी पिता मोहन धुरी होलिका दहन की रात अपनी बाड़ी की रखवाली कर रहा था। बाड़ी से कुछ दूर में ही होलिका दहन चल रही थी। आशीष भी रात में वहीं पर खड़ा था। पास खड़े पड़ोसी युवक ने आशीष से हत्या के प्रयास के पुराने केस को वापस लेने के लिए बोला तो उसने मना कर दिया। इसके बाद युवक अपने घर चला गया और सब्जी काटने का चाकू लेकर अपने भाइयों के साथ बाइक में सवार होकर आया और चाकू से आशीष पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
अपोलो अस्पताल ले जाते वक्त घायल युवक ने तोड़ा दम, चाकू से गले में किए गए थे 17 वार।
चाकू से गले में किए 17 वार, गंभीर रूप से घायल पड़ा था युवक
आसपास के लोगों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। उन्होंने पूछताछ में बताया कि बाइक सवार चार युवकों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने पहले घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे अपोलो अस्पताल भेज दिया गया। लेकिन, रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। युवक के गले में चाकू से 17 से अधिक बार वार किया गया था और ज्यादा खून बहने के कारण युवक की जान चली गई।
जमीन विवाद में पड़ोसी युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर युवक पर किया था हमला।
दो पहले भी किया था जानलेवा हमला
TI एसआर साहू ने बताया कि अजीत धुरी और आशीष धुरी आपस में पड़ोसी हैं। उनकी जमीन भी लगी हुई है, जिसको लेकर उनके बीच विवाद चल रहा है। दो साल पहले भी अजीत अपने भाई और अन्य के साथ मिलकर जानलेवा हमला किया था, जिससे आशीष घायल हो गया था। उस समय भी पुलिस ने हत्या के प्रयास का केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया था। करीब दो महीने बाद आरोपी जमानत पर छूट गए थे।
पुरानी केस वापस लेने बनाया दबाव, मना किया तो मार डाला
इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी अजीत धुरी, उसके बड़े भाई अजय धुरी रिश्तेदार अंकित धुरी और पप्पू धुरी को गिरफ्तार कर लिया है। अजीत ने पूछताछ में पुलिस को बतााया कि रात में होलिका दहन के दौरान उसने आशीष से हत्या के प्रयास का पुरानी केस पर समझौता करने के लिए बोला, तब उसने मना कर दिया। उसके मना करने पर वह गुस्से में आ गया और अपने घर जाकर भाई और रिश्तेदारों के साथ चाकू लेकर बाइक से आया और आशीष को मार डाला।
मृतक युवक की पुरानी तस्वीर, पुरानी केस वापस नहीं करने पर किया गया हमला।
आरोपी बोला- मेरा करियर खराब कर दिया, इसलिए मारा
पकड़े जाने के बाद आशीष ने पुलिस को बताया कि जमीन विवाद पर उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का फर्जी केस दर्ज कराया गया था, जिसमें उसे जेल जाना पड़ा था। इसके साथ ही जमीन का भी विवाद चल रहा था और उसका करियर खराब हो रहा था। इसलिए उसने पहले आशीष से केस में समझौता करने के लिए बोला। लेकिन, उसने मना कर दिया। तब उसे मारने के अलावा मेरे पास और कोई रास्ता नहीं बचा था।