बिलासपुर: ओडिशा से दिल्ली गांजा लेकर जा रहे तस्कर को रेलवे पुलिस (GRP) ने गिरफ्तार किया है। उत्कल एक्सप्रेस के AC बोगी में सवार युवक दो ट्रॉली बैग और थैले में गांजा लेकर सफर कर रहा था। रेलवे पुलिस ने बिलासपुर रेलवे स्टेशन में जांच के दौरान उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
गवर्नमेंट रेलवे SP जेआर ठाकुर ने सभी रेलवे पुलिस को ट्रेनों में नशे का सामान तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने ट्रेनों की लगातार निगरानी कर जांच करने के लिए कहा है। उनके निर्देश पर GRP की एंटी क्राइम टीम को जानकारी मिली कि उत्कल एक्सप्रेस के AC कोच में एक संदिग्ध युवक गांजे की तस्करी कर रहा है। खबर मिलते ही टीम सक्रिय हो गई और ट्रेन के बिलासपुर पहुंचते ही ट्रेन की जांच शुरू कर दी।
तस्कर युवक से जीआरपी ने बड़ी मात्रा में गांजा बरामद किया है।
AC बोगी में ट्रॉली बैग और थैले में रखा था गांजा
इस दौरान टीम ने AC कोच में दो ट्रॉली बैग और थैले की तलाशी ली, जिसमें अलग-अलग पैकेट्स में गांजा रखा था। पूछताछ में पता आनंद दास (32) पिता वृंदावन दास ओडिशा के कटक का रहने वाला है। वह ओडिशा से गांजा लेकर सप्लाई करने दिल्ली जा रहा था। उसके पास से 45 किलो 200 किलो गांजा बरामद किया गया, जिसकी कीमत करीब पांच लाख रुपए बताई जा रही है। आरोपी युवक के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई में एसआई डीएन श्रीवास्तव, आरक्षक लक्ष्मण गाईन, मन्नू प्रजापति, राजा दुबे, संतोश राठौर शामिल थे।
ट्रेनों में बड़े पैमाने पर चल रही तस्करी
गांजा तस्कर पहले रायगढ़, महासमुंद और जगदलपुर के रास्ते सड़क मार्ग से बड़े पैमाने पर गांजा तस्करी करते थे, जिसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गंभीरता से लिया था और उन्होंने सभी सीमावर्ती इलाकों में तगड़ी नाकेबंदी कर तस्करी रोकने के सख्त निर्देश दिए थे, जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और ओडिशा के सीमावर्ती जिले रायगढ़ के साथ ही महासमुंद व जगदलपुर में सख्ती से जांच शुरू कर दी। इसके बाद तस्करों ने ओडिशा से गांजा तस्करी करने के लिए ट्रेन और बस को सुरक्षित ठिकाना बना लिया। शुरुआत में गांजा तस्कर कम मात्रा में गांजा लेकर सफर करते थे। लेकिन, अब यह तस्करी बढ़ गई और अब तस्कर बड़ी खेप लेकर जाने लगे हैं।