सरगुजा संभाग के अधिकांश जिलों में इस तरह की शीतलहर चल रही है।
सरगुजा/रायपुर: छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान तीन डिग्री पहुंचने के साथ ही मौसम की थर्ड डिग्री शुरू हो गई है। सरगुजा के मैनपाट में एक अधेड़ की ठंड की वजह से मौत हो गई है। वहीं से एक दूसरे व्यक्ति को रेस्क्यू किया गया है। उसकी हालत गंभीर है। बताया जा रहा है, दोनों शराब पीकर बीती रात खुले में ही सो गये थे।
शनिवार की सुबह दो लोग मैनपाट में दो दुकानों के बाहर जमीन पर सोए हुए मिले। ग्रामीणों की सूचना पर कमलेश्वर थाने की पुलिस वहां पहुंची तो उनमें से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी थी। दूसरे व्यक्ति की हालत भी खराब थी। उसे तत्काल अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। वहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। मृतक की पहचान उदयपुर के करमहा गांव निवासी बनवारी मझवार के तौर पर हुई है। उसी गांव के दूसरे व्यक्ति भोलू को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बताया जा रहा है ये दोनों लोग करमहा गांव से मैनपाट में छेरछेरा त्योहार मनाने आए थे। दोनों ने शुक्रवार को एक साथ शराब पीया। उसके बाद दुकानों के बाहर खुले में ही सो गए। रात में इलाके का तापमान बेहद नीचे चला जाता है। यह स्थिति जानलेवा साबित हुई। शनिवार सुबह लोगों ने उनको बेसुध लेटे हुए देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद मौत की असल वजह का खुलासा हो पाएगा।
यह हाइपोथर्मिया है जिससे हुई है मौत
डॉक्टरों का कहना है अगर वह व्यक्ति रात भर खुले आसमान के नीचे सोया रहा तो उसको हाइपोथर्मिया हो सकता है। हाइपोथर्मिया एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें लोगों के शरीर का हीट कंजर्वेशन मैकेनिज्म काम करना बंद कर देता है। ऐसे में शरीर का तापमान तेजी से गिरता है। सही समय पर इलाज न मिलने से व्यक्ति की मौत हो सकती है। शरीर का सामान्य तापमान लगभग 98.6 डिग्री फारेनहाइट होता है। अत्यधिक ठंडे इलाकों में सर्दी और बर्फीली हवाओं की वजह से तापमान 95 डिग्री या इससे काफी कम होने का खतरा रहता है। हाइपोथर्मिया का सबसे ज्यादा असर हार्ट और तंत्रिका तंत्र पर होता है। इससे कार्डियक अरेस्ट और मल्टी ऑर्गन फेलियर का खतरा होता है।
शराब से गिरता है शरीर का तापमान, बस एहसास नहीं होता
विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ लोगों को लगता है कि शराब पीकर वे ठंड का मुकाबला कर लेंगे। लेकिन ऐसा सोचना गलत है। शराब अथवा किसी नशीले पदार्थ के सेवन से शरीर का तापमान गिर जाता है। नशे की वजह से व्यक्ति को इसका एहसास नहीं होता। ऐसे में वह ठंड से बचाव का उपाय भी सही समय पर नहीं कर पाता।
हाइपोथर्मिया की स्थिति में यह करना है
- प्रभावित व्यक्ति को गर्म स्थान पर ले जाकर उसके कपड़े बदलें।
- प्रभावित व्यक्ति को कई परत वाले कंबल-रजाई, तौलिया अथवा चादर से ढककर गर्म करें।
- शरीर को गर्म करने के लिए गर्म पानी, चाय अथवा दूध-काढ़ा आदि दें।
- डॉक्टर से संपर्क करें।
हाइपोथर्मिया की स्थिति में यह नहीं करना है
- शराब का सेवन न करें, यह शरीर का तापमान घटाता है।
- ठंड की चपेट में आये अंगों की मालिश न करें, यह खतरनाक हो सकता है।
- कंपकपी को नजरअंदाज न करें। यह पहला संकेत है कि शरीर अपनी सामान्य गर्मी खो रहा है। प्रभावित व्यक्ति को तुरंत घर के भीतर ले जाएं।
प्रदेश में ठंड के ऐसे हैं हालात
शनिवार को कोरिया प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा। वहां न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। जशपुर में यह 4 डिग्री और सरगुजा में 4.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है। बिलासपुर संभाग के जिलों का न्यूनतम तापमान भी 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। वहीं रायपुर संभाग में बलौदा बाजार का तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस तक गिरा है। रायपुर में पारा 11 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़ककर थम गया। दुर्ग में कबीरधाम जिला सबसे ठंडा है। राजनांदगांव में 10.6 और दुर्ग में 8.6 डिग्री सेल्सियस का न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ है। बस्तर संभाग में 8 डिग्री न्यूनतम तापमान के साथ कांकेर सबसे ठंडा है। नारायणपुर में 9.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड हुआ है।