सरगुजा: अंबिकापुर सेंट्रल जेल में निरूद्ध हत्या का आरोपी बंदी बीती शाम एंबुलेंस से कूदकर फरार हो गया। बंदी को तबियत बिगड़ने पर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था। सरगुजा एडिशनल एसपी अमोलक सिंह ने घटना की पुष्टि की है। सेंट्रल जेल सुप्रीटेंडेंट ने बंदी को ले जा रहे दो प्रहरियों को सस्पेंड कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, अंबिकापुर अंतर्गत ग्राम चिखलाडीह निवासी संजीव दास हत्या के आरोप में न्यायिक अभिरक्षा में सेंट्रल जेल अंबिकापुर में निरूद्ध था। बीती शाम करीब 7 बजे उसे तबियत बिगड़ने पर सेंट्रल जेल के मेडिकल वार्ड से मेडिकल कॉलेज शिफ्ट करने के लिए एंबुलेंस से ले जाया जा रहा था। एंबुलेंस के पिछले हिस्से में बंदी अकेला था। एंबुलेंस चालक एवं एक प्रहरी सामने बैठे थे।
रास्ते में कूदा, नहीं पकड़ पाए प्रहरी
एंबुलेंस में बंदी को अकेले होने के कारण भागने का मौका मिल गया और वह चलती एंबुलेंस से कूदकर भाग निकला। बंदी को भागते देख एंबुलेंस चालक चालक दया राम और प्रहरी वेद प्रकाश पाण्डेय ने एंबुलेंस रोककर उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला।
एएसपी ने की पुष्टि, दो प्रहरी निलंबित
सरगुजा एडिशनल एसपी अमोलक सिंह ने बंदी के फरार होने की पुष्टि की है। एएसपी ने बताया कि फरार बंदी संजीव दास की खोजबीन की जा रही है। जेल अधीक्षक योगेश सिंह ने मामले में एंबुलेंस चालक दया राम और प्रहरी वेद प्रकाश पांडेय को निलंबित कर दिया है।
शाम को मेडिकल कॉलेज शिफ्ट करने पर सवाल
जेल में निरूद्ध बंदी को देर शाम मेडिकल कॉलेज शिफ्ट करने की क्या जरूरत थी, इसपर सवाल उठ रहे हैं। यदि उसकी तबियत इतनी खराब थी तो वह कैसे भाग निकला? जेल के चिकित्सक डा. शाहरूख फिरदौसी पर पहले भी बंदियों से पैसे लेकर उन्हें स्पेशल ट्रीटमेंट देने के आरोप लगते रहे हैं। गंभीर मामले में सेंट्रल जेल में निरूद्ध बंदी आकाश अग्रवाल व गोलू अग्रवाल को मोटी रकम लेकर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराने की शिकायत सरगुजा कलेक्टर से भी की गई है। इसकी जांच चल रही है।
(Bureau Chief, Korba)