अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ के सरगुजा में कांग्रेस में टिकट बंटवारे से पहले ही घमासान शुरू हो गया है। डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के बयान को लेकर रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि बाबा साहब अकेले नहीं हैं, स्क्रीनिंग कमेटी में 18 से 20 सदस्य हैं। वे उम्मीदवारों की सूची बनाकर हाई कमान को सौंपेंगे, जिसपर मुहर लगेगी। कहा कि छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने की जवाबदारी डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव की है। विधायक बृहस्पति सिंह ने मीडिया से बात कर रहे थे।
अंबिकापुर सर्किट हाउस में विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि, महाराज साहब बहुत विद्वान हैं। पीढ़ी दर पीढ़ी वे हमारे राजा-महाराजा रहे हैं। हम उनकी प्रजा हैं। वे जो भी बोलते हैं, बहुत सोच समझकर बोलते हैं। उन्होंने जो भी बोला होगा, सोच समझकर बोला होगा। इसका जवाब वे ही देंगे। स्क्रीनिंग कमेटी में प्रदेश के प्रभारी सहित कई मंत्री हैं। हमारी प्रक्रिया है कि सूची बनकर दिल्ली जाती है। जो निर्णय हो, सभी को सर्वमान्य होता है, चाहे मंत्री हो, मुख्यमंत्री या कार्यकर्ता।
सभी को टिकट मांगने का हक
महापौर अजय तिर्की के रामानुजगंज से दावेदारी करने को लेकर विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि, सभी नेताओं को टिकट मांगने का हक है। हाईकमान को तय करना है कि किसको, कहां से जिताकर लाना है। उन्होंने कहा कि, महापौर डॉ. अजय तिर्की उनके मित्र हैं। उनकी जानकारी में वे तीन-चार चुनाव से लगातार दावेदारी कर रहे हैं। दावेदारी करना एक पदाधिकारी, कार्यकर्ता होने के नाते उनका हक है। बिल्कुल उनको दावेदारी करनी चाहिए।
बाबा साहब के करीबी मांग रहे टिकट
विधायक ने कहा कि अंबिकापुर से बाबा साहब के परिवार के ही एक सदस्य हैं, जो टिकट मांग रहे हैं। अंबिकापुर से ही शफी अहमद हैं, वे भटगांव विधायक के खिलाफ टिकट मांग रहे हैं। प्रजापति मैडम हैं, जो बाबा साहब की करीबी हैं। वह अमरजीत भगत के खिलाफ सीतापुर से टिकट मांग रही हैं। डॉ. प्रीतम के खिलाफ मधु सिंह टिकट मांग रही हैं। हम सभी टीएस बाबा और भूपेश बघेल के करीबी हैं। हम सभी को टिकट मांगने का हक है। वहीं सिंहदेव ने कहा कि वे सही कह रहे हैं।
‘सीमा के बाहर विरोध बर्दाश्त नहीं’:डिप्टी सीएम सिंहदेव बोले- किसी ने मुझ पर जान के खतरे का आरोप लगाया, वहां समझौता नहीं हो सकता
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने उनके ऊपर आरोप लगाने वाले विरोधियों पर बिना नाम लिए ही निशाना साधा।
उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने तीन दिन पहले अपने विरोधियों पर निशाना साधा था। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा था कि, एक सीमा के बाहर विरोध स्वीकार नहीं करेंगे। छत्तीसगढ़ में किसी ने मुझ पर जान के खतरे का आरोप लगाया। वहां पर समझौता नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि आगे क्या होगा, लोग जानें, पार्टी जानें, लेकिन मेरी तरफ से समझौता नहीं होगा।