Wednesday, November 6, 2024




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CG: जिला सहकारी बैंक में किसानों के 80 लाख का गबन.. पैसे वापस दिलाने किसानों का हंगामा, भड़के किसानों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन आंदोलन

Bilaspur: बिलासपुर में जिला सहकारी बैंक में किसानों की जमा राशि 80 लाख रुपए अधिकारी-कर्मचारियों ने गबन कर दिया है। इससे भड़के किसानों ने अपनी जमा पैसे वापस दिलाने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि अनियमितता बरतने वाले और किसानों के खून पैसे की कमाई हजम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और किसानों को तत्काल पैसे वापस कराए जाए। गुरुवार को बड़ी संख्या में किसान अपनी मांग को लेकर जिला सहकारी बैंक के सामने प्रदर्शन कर धरने पर बैठ गए हैं।

किसानों ने बताया कि जिला सहकारी बैंक के तोरवा शाखा में सैकड़ों किसानों की जमा रकम को गबन कर लिया गया है। मामला उजागर होने के बाद जिला सहकारी बैंक के अफसरों ने जांच कराने और कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है। लेकिन, अब तक न तो किसानों के पैसे दिए गए हैं और न ही दोषियों पर कार्रवाई की गई है। अपनी रकम वापस करने की मांग को लेकर पीड़ित किसानों ने बैंक के सामने अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे हैं।

2022 में उजागर हुआ केस, शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
किसान मनोज कुमार कैवर्त्य ने बताया किजिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित शाखा तोरवा शाखा में सैकड़ों की संख्या में किसानों ने खाता खुलवाए हैं, जिसमें उनके पैसे जमा किए गए। साल 2022 में पता चला कि बैंक में जमा धन राशि को बैंक के कर्मचारियों ने किसानों की जानकारी के बिना ही निकाल कर गबन कर लिया है। मामला सामने आने पर किसानों ने जिला मुख्यालय के मुख्य शाखा में शिकायत की थी। बैंक प्रबंधन ने तब उन्हें पैसे वापस कराने और जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया था।

बैंक के सामने हंगामा मचाते किसान।

बैंक के सामने हंगामा मचाते किसान।

80 लाख रुपए का गबन, कैशियर को बताया दोषी
इस संबंध में किसानों ने जिला कलेक्टर को भी पत्र लिख कर करवाई करने एवं जमा धनराशि दिलाने की मांग की थी। विभागीय जांच पता चला था कि तोरवा मंडी शाखा के कम्प्यूटर आपरेटर कम कैशियर खुशबू शर्मा ने किसानों के जमा पैसों को बैंक में जमा न कर अपने घर ले गई थी। करीब 80 लाख रुपए की गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद कैशियर खुशबू शर्मा को निलंबित कर दिया गया था। बैंक प्रबंधन ने की रिपोर्ट पर उसे जेल भेज दिया गया है। किसानों का कहना है कि इस अनियमितता में बैंक के अन्य अधिकारी-कर्मचारियों को बचाने का खेल चल रहा है।

इन बिंदुओं पर जांच कर रही सात सदस्यीय कमेटी
बताया जा रहा है कि बैंक प्रबंधन ने जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी गठित की है। जांच कमेटी ने एक करोड़ से अधिक की गड़बड़ी होने की रिपोर्ट सीईओ को सौंपी है। बैंक में गड़बड़ी के बाद प्रबंधन ने सात सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। कमेटी आठ बिंदुओं पर जानकारी जुटाएगी, इसके बाद ही किसानों को भुगतान करने का निर्देश दिया गया है। इसमें खाताधारकों से गड़बड़ी की लिखित शिकायत और दस्तावेज लेना होगा। पासबुक में दर्ज राशि का जमा पर्ची में मिलान करेंगे। संबंधित के पास बुक में रकम का मिलान पूर्व में दर्ज रकम व हस्ताक्षर से मिलान करते हुए दोषी कैशियर की हस्तलिपि का मिलान करेंगे। प्राप्त सूची के अनुसार प्रत्येक खाताधारक से हुई अनियमितता का परीक्षण मिलान करते हुए शाखा प्रबंधक से हस्ताक्षर लेने के बाद भुगतान किया जाएगा। इसके अलावा बैंक स्टेटमेंट, व्हाउचर का मिलान व परीक्षण किया जाएगा।

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