दुर्ग: जिले के मोहन नगर थाना क्षेत्र में बिजली विभाग के इंजीनियर ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। काटुलबोर्ड नर्सिंग बिहार कॉलोनी स्थित घर में फंदे से लटका शव मिला है। मोहन नगर पुलिस और फोरेंसिक की टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक प्रतीक साहू (30 वर्ष) सीएसपीडीसीएल रायपुर में जेई के पद पर कार्यरत थे। बुधवार को उन्होंने अपने आवास पर पंखे से रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर मोहन नगर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और उन्हें उतरवाकर अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
मौके पर फोरेंसिक टीम जांच करते हुए।
पिता भी हैं इंजीनियर
पुलिस के मुताबिक इंजीनियर दुर्ग में अपने माता-पिता और परिवार के साथ रहता था। उसके पिता भी बिजली विभाग रायपुर डंगनिया में इंजीनियर हैं। पुलिस का कहना है कि आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। उसके पास से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद और पूछताछ में कई चीजों का खुलासा होगा।
फंदे से नीचे उतार कर शव को बेड में लिटाया गया।
काफी समय से डिप्रेशन में रहता था जेई
पुलिस की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि प्रतीक काफी समय से डिप्रेशन का शिकार था। वो ऑफिस में काफी कम बोलता था और अकेले रहना पसंद करता था। दुर्ग आने पर वो घर में भी अपने आपको कमरे में बंद करके रखता था। बुधवार शाम को जब परिवार वालों ने उसे बुलाया और वो नहीं बोला तो अंदर देखने पर वो फांसी में लटका मिला। गुरुवार को पीएम के बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया।
घर में अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे रिश्तेदार व लोग
परिजन जता रहे हैं हत्या की आशंका
पुलिस ने जब प्रतीक की लाश को फंदे से नीचे उतारा तो उसके दोनों हाथ पीछे की तरफ से बंधे थे। इसलिए परिजनों का आरोप है कि उसे किसी ने पहले मारा, फिर फांसी पर लटकाया है। वहीं पुलिस का कहना है कि फांसी कई तरह की होती हैं। कई पार व्यक्ति यह सोचकर अपने हाथ बांध देता है कि वो मरते समय खुद को बचा न सके।
जांच के लिए पहुंचे फोरेंसिक एक्सपर्ट ने भी यह क्लीयर किया है कि मौत फांसी की वजह से हुई है। पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद सारे संदेह दूर हो जाएंगे।