उत्तर बस्तर कांकेर: अंतराष्ट्रीय पोषक आहार वर्ष (मिलेट ईयर) के अंतर्गत कृषकों को लघु धान्य फसलों के उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर में विभिन्न कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। कृषि विभाग कटनी मध्यप्रदेश के आत्मा परियोजना के तहत 27 कृषकों को लघु धान्य के उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन विषय पर प्रशिक्षण एवं भ्रमण हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर में भेजा गया था। प्रशिक्षण में केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ नरेन्द्र हरिदास तायड़े ने लघु धान्य फसलों के महत्व, उसमें पाये जाने वाले विभिन्न पोषक तत्वों की महत्ता, कादो, कुटकी एवं रागी की उन्नत उत्पादन तकनीक से संबंधित राज्य में संचालित योजनाऐं जैसे-समर्थन मूल्य पर खरीदी, प्रति एकड़ प्रदाय किये जाने वाले प्रोत्साहन राशि, विपणन, भण्डारण इत्यादि के संबंध में जानकारी दिया। उन्होंने मूल्य संवर्धन के रूप में लघु धान्य फसलों के विभिन्न उत्पादों एवं पोषक आहार के रूप में दैनिक खाद्यान्न में उपयोगिता की जानकारी भी दी, साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर में संचालित प्रसंस्करण इकाई का जीवंत प्रदर्शन कराया गया तथा रागी बीज प्रदर्शन इकाई का भ्रमण कराया गया।
CG: लघु धान्य फसलों के प्रसंस्करण का कटनी मध्य प्रदेश के किसानों ने लिया प्रशिक्षण…
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