कवर्धा: जिले के बोड़ला थाना क्षेत्र के तरेगांव मैदान में सोमवार देर रात गन्ने के खेत में भीषण आग लग गई। आग से 15 एकड़ से अधिक में लगी गन्ने की फसल जलकर खाक हो गई है। आग किसान चतुर वर्मा के खेत में लगी। आग से लाखों के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।
फिलहाल आग लगने की वजहों का पता नहीं चल सका है। जानकारी के मुताबिक, देर रात लोगों ने किसान चतुर वर्मा के गन्ने के खेत में आग की बड़ी-बड़ी लपटें और धुआं निकलते देखा। गन्ने की फसल धू-धूकर जलता देख किसान चतुर वर्मा और बाकी ग्रामीण तुरंत खेत में आए और आग बुझाने की कोशिश की। इस बीच वहां मौजूद लोगों ने फायर ब्रिगेड को भी सूचना दे दी।
![आग बुझाते हुए लोग।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/02/14/1_1676360306.jpg)
आग बुझाते हुए लोग।
तत्काल दमकलकर्मी तरेगांव मैदान स्थित गन्ने के खेत में पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद भीषण आग पर काबू पाया। किसान के 15 एकड़ से ज्यादा में लगी गन्ने की फसल जलकर खाक हो गई है। कितने रुपयों का नुकसान हुआ है, इसका आकलन किया जा रहा है, साथ ही आग लगने के कारणों की भी जांच की जा रही है।
![दमकलकर्मियों ने स्थानीय लोगों की मदद से आग पर पाया काबू।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/02/14/2_1676360316.jpg)
दमकलकर्मियों ने स्थानीय लोगों की मदद से आग पर पाया काबू।
जनवरी में भी गन्ने के खेत में लगी थी आग
कवर्धा जिले के पांडातराई थाना क्षेत्र के ग्राम रुसे मोहतरा, कांपाखार में जनवरी के महीने में भी गन्ने के खेत में भीषण आग लग गई थी। आग लगने से लगभग 14 किसानों के 40 एकड़ में फैले गन्ने की फसल जलकर पूरी तरह राख हो गई थी। 30 जनवरी को गन्ने के खेत में लगी आग के कारणों का पता नहीं चल सका था। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया था। पीड़ित किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।
कबीरधाम जिला गन्ने की खेती के लिए छत्तीसगढ़ में मशहूर है। ठंड खत्म होने के साथ ही गन्ने की पत्तियां सूखने लगी हैं, जिससे हल्की चिंगारी भी बहुत जल्द भीषण आग में तब्दील हो जाती है। हर साल इस मौसम में जिलेभर के अलग-अलग क्षेत्र में आगजनी की घटना सामने आती है।
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