बिलासपुर: जिले के एक सरकारी स्कूल में बच्चों के आपसी विवाद पर परिजन लाठी-डंडा लेकर पहुंच गए। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर लाठियां लहराई। दिनभर स्कूल में तनाव की स्थिति बनी रही। दोनों पक्षों के खिलाफ बलवा का केस दर्ज किया गया। पूरा मामला पचपेड़ी थाना क्षेत्र का है।
स्कूल के मैदान पर भटचौरा निवासी दसवीं के छात्र ओंकार और गांव के ही अन्य लड़कों के साथ पुरानी बातों को लेकर बहस हो गई। तभी गांव के गौतम, किशन, ऋषि ,मंजीत, समीर और उनके अन्य साथी स्कूल परिसर में पहुंच गए और गाली-गलौज कर लाठी-डंडे और बेल्ट से मारपीट कर दी।
इस हमले में ओंकार और उसके दोस्तों को गंभीर चोटें आई है। गांव के युवकों ने स्कूल के दूसरे छात्रों के साथ भी मारपीट की। छात्रों और परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने बलवा का केस दर्ज किया है।
बच्चों के विवाद में कूद गए बड़े, मारपीट और बलवा के बाद गांव में तनाव की स्थिति बनी रही।
जातिगत रंग देने की कोशिश, स्कूल में तनाव
बच्चों के इस विवाद को जातिगत रंग देने की कोशिश की गई। जिसके बाद स्कूल में दोनों पक्ष के लोगों की भीड़ जुट गई। दूसरे पक्ष से शकुंतला जांगड़े के मुताबिक उनके दो बच्चे शौर्य जांगड़े और इंद्र जांगड़े गांव के ही सरकारी स्कूल में पढ़ने जाते हैं। मंगलवार को भी दोनों बच्चे स्कूल गए थे। शाम को शौर्य और इंद्र भागते और रोते हुए घर की तरफ आ रहे थे।
उन्हें तीजराम पटेल, कलेश्वर पटेल, सीभू पटेल, अभय पटेल, मुकेश पटेल, योगेश पटेल, अजय कुमार पटेल, रामगोपाल पटेल, राकेश पटेल व अन्य लोग लाठी, डंडा लेकर दौड़ा रहे थे। साथ ही जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे। महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
शिक्षक पर एफआईआर की मांग को लेकर हंगामा
दूसरे पक्ष के लोगों ने इस विवाद को जातिगत रूप देते हुए मंगलवार की रात जमकर हंगामा मचाया। जिसके चलते बुधवार को स्कूल में तनाव की स्थिति बनी रही। दूसरे पक्ष के अभिभावकों का आरोप था कि शिक्षक अनुसूचित जाति वर्ग के बच्चों के साथ भेदभाव करते हैं।
साथ ही शिक्षक उन्हें धमकी देता है कि लाल स्याही से नाम लिखकर उनका भविष्य बर्बाद कर देगा। इस दौरान परिजन जाति विशेष के बच्चों के साथ भेदभाव करने वाले टीचर के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग करने लगे। हालांकि, पुलिस ने मारपीट करने वाले दोनों पक्षों पर बलवा का केस दर्ज कर लिया है।