- रायपुर जिला के जोरा स्थित लाईवलीहुड कॉलेज में युवाओं को मिल रहा निःशुल्क प्रशिक्षण
- प्रशिक्षण उपरांत हितग्राहियों को मिल रहे रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर
रायपुर: बात जब देश के युवाओं की आती है तो स्वामी विवेकानंद का नाम हमारे जहन में सबसे पहले आता है। उनके जन्म दिन 12 जनवरी को हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद के मार्ग का अनुसरण करते हुए राज्य शासन युवाओं के लिए अनेक योजनाएं चला रही है इनमे से एक है युवाओं को कौशल प्रदान कर उन्हे सक्षम बनाए के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना। 18 से 45 वर्ष के युवाओं के कौशल प्रशिक्षण हेतु जिले में जिला परियोजना लाईवलीहुड कॉलेज जोरा, रायपुर में संचालित है। लाईवलीहुड कॉलेज में मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के अन्तर्गत विभिन्न जॉबरोल में अल्प अवधि के कोर्स चलाये जाते है जो पूर्णतः निःशुल्क है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है युवाओं को यदि सही समय पर सही दिशा दी जाए तो युवा शक्ति राज्य के लिए अनमोल पूंजी के स्व निश्चित रूप से साकार हो सकते है।
वर्तमान में लाईवलीहुड कॉलेज जोरा में युवा टेलरिंग से लेकर मशीन ऑपरेटर, डाटा एण्ट्री ऑपरेटर, मेडिकल लेबोरेटरी असिस्टेंट, इलेट्रिशियन, रिटेल सेल्स एसोसियेट, जनरल ड्यूटी असिस्टेंट जैसी विधाओं में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहें है। इन पाठ्यक्रमों की अवधि 03 माह से 01 वर्ष तक की है। जॉब रोल के अनुसार प्रशिक्षणार्थियों के लिए शैक्षणिक योग्यता निर्धारित की गई है। जो 8वीं उत्तीर्ण से 12वीं उत्तीर्ण तक है।
प्रशिक्षित युवाओं को मिल रहा रोजगार का अवसर
प्रशिक्षण उपरांत प्रशिक्षित हितग्राहियों को निजी क्षेत्र के रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ा जाता है। यहाँ प्रशिक्षित हितग्राहियों को विभिन्न शासकीय योजनाओं के अन्तर्गत लोन एवं लोन सब्सिडी की सुविधा भी प्रदान की जाती है। लाईवलीहुड कॉलेज रायपुर में कौशल प्रशिक्षण के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास एवं सॉफ्ट स्किल का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है एवं समय समय पर विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक आयोजन करवाये जातें हैं। जिससे हितग्राहियों का सम्पूर्ण विकास सुनिश्चित हो सके एवं प्रशिक्षण उपरांत रोजगार अवसरों में हितग्राही अपनी शत् प्रतिशत क्षमता का उपयोग कर अपना भविष्य सुधार सके। सत्र 2022-23 में 11 पंजीकृत कोर्सों में 236 हितग्राही प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इनमें से 31 हितग्राहियों का छत्तीसगढ़ राज्य कौशल विकास प्राधिकरण द्वारा प्रमाणीकरण भी किया गया है। जिसके पश्चात 25 हितग्राहियों को रोजगार अवसरों से जोड़ा गया है। विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण प्राप्त कर युवा अच्छे संस्थानों मे नियोजित हो रहे है। जिससे उन्हें दस से बारह हजार की आमदनी हो रही है। जिले के दूरस्थ क्षेत्रों के हितग्राहियों के लिए आवासीय कौशल प्रशिक्षण की सुविधा भी प्रारंभ होना प्रस्तावित है। जिसमें पूर्णतः निःशुल्क आवासीय सुविधा भी प्रदान की जावेगी।