महासमुंद: जिले के जय गुरुदेव मानस आश्रम पतेरापाली में नाबालिग को जलाने और उससे मारपीट करने के मामले में चौथे आरोपी तथाकथित गुरु को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। 3 सेवादारों के बाद गुरुवार को कथित गुरू रमेश ठाकुर की भी गिरफ्तारी हो गई। मामला बागबाहरा थाना क्षेत्र का है।
भोग लगाने के विवाद पर 3 सेवादारों ने एक नाबालिग लड़की जागृति सिन्हा (17 वर्ष) के मुंह में जलती हुई लकड़ी डाल दी थी। पतेरापाली में संचालित जय गुरुदेव मानस आश्रम में नाबालिग लड़की की बर्बरता पूर्वक मारपीट की गई थी। इस पर भी आरोपियों का मन नहीं भरा, तो उसके मुंह में जलती हुई लकड़ी डाल दी। इससे उसका मुंह, गला, जीभ गंभीर रूप से जल गया। सेवादारों ने लड़की के शरीर के अन्य हिस्सों को भी जला दिया था। आरोपियों ने उसकी जांघ, पैर, पीठ को भी जला दिया था। घटना 24 फरवरी को हुई थी। वहीं 28 फरवरी को नाबालिग के भाई मनीष सिन्हा ने मामला दर्ज कराया था।
नाबालिग लड़की जागृति सिन्हा को आरंग के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी भी हालत गंभीर।
अवैध रूप से आश्रम संचालित
जिसके बाद आरोपी तीनों सेवादारों नरेश पटेल, भोजराम साहू और राकेश दीवान को गिरफ्तार कर लिया गया था। अब गुरुवार देर रात अवैध रूप से आश्रम संचालित करने वाले कथित गुरु रमेश ठाकुर को भी पुलिस ने धर दबोचा है। बागबाहरा के पतेरापाली में लगभग 4 साल से संचालित इस आश्रम के संबंध में प्रशासन को कोई जानकारी नहीं थी। अब मामला सामने आने के बाद प्रशासन सक्रिय हुआ है। इस आश्रम के संचालित होने के संबंध में बागबाहरा थाना, समाज कल्याण विभाग के पास कोई रिकॉर्ड भी मौजूद नहीं है।
जय गुरुदेव मानस आश्रम पतेरापाली के तीनों आरोपी सेवादारों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
ऐसे में पिछले 4 सालों से लगभग 4 एकड़ भूमि पर संचालित इस आश्रम से किस तरह काम होते रहे हैं, यह भी सवालों के दायरे में है। इस भूमि को भी ग्रामीण अवैध बता रहे हैं। इधर घटना के बाद कलार समाज आक्रोशित हो गया और कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर प्रशासन को चेतावनी दी है। मामले की विस्तृत जांच के निर्देश भी एसपी ने दिए हैं। इसके बाद गुरुवार को आश्रम के गुरु को पकड़ा गया है।
बागबहरा थाने में सभी आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं में पुलिस ने मामला दर्ज किया।
नाबालिग की हालत गंभीर, इलाज जारी
नाबालिग की हालत फिलहाल गंभीर है और उसका इलाज आरंग के निजी अस्पताल में चल रहा है। उसके परिजन भी उसकी सेहत को लेकर काफी परेशान हैं। इस संबंध में बालिका के भाई ने दैनिक भास्कर के संवाददाता से विस्तार से बात की। भाई मनीष सिन्हा ने बताया कि उनका परिवार इस साल नए साल के दिन आश्रम से जुड़े। इसके बाद 20 फरवरी को पूजन में शामिल होने पूरे परिवार (मां-पिता और भाई-बहन) सहित आश्रम पहुंचे। इसके बाद माता-पिता वापस लौट गए और भाई-बहन आश्रम में ही रुके।
24 फरवरी की सुबह परीक्षा की वजह से भाई भी वापस लौट गया। उसी रात पूजा के दौरान लगने वाले भोग को लेकर बहन के साथ सेवादारों का विवाद हो गया। सेवादारों ने पीड़िता पर भोग में जहर डालने का आरोप लगाते हुए उसके साथ बेरहमी से मारपीट की। उसके मुंह में जलती लकड़ी डाली और उसी लकड़ी से शरीर के अन्य अंगों को भी जलाया। गंभीर रूप से घायल पीड़िता को रातभर आश्रम में ही रखा, यहां वह तड़पती रही। इसके बावजूद परिवार को सूचना नहीं दी।
25 फरवरी की सुबह आश्रम से ही एक परिचित ने घटना की जानकारी दी। इसके बाद हम आश्रम पहुंचे और स्थानीय अस्पताल में बहन को भर्ती कराया। इस दौरान आश्रम से धमकी भी मिली थी, जिसके डर से थाना नहीं गए। पीड़िता की हालत गंभीर होने पर 28 फरवरी को पुलिस में शिकायत की।
गुरु को भगवान समझा, लेकिन उनके ही आश्रम में राक्षसों जैसा व्यवहार
पीड़िता के भाई ने कहा कि पूरे परिवार ने गुरु को भगवान की तरह माना और उनकी सेवा के लिए ही हम आश्रम पहुंचे थे। इसी आश्रम में मेरी बहन के साथ यह घटना हुई और इस दौरान तथाकथिक गुरु रमेश ठाकुर और गुरुमाता भी सामने मौजूद थे और सेवादारों को निर्देश देते रहे।
अभी भी खतरे में है बहन
इस बर्बरता के बाद अभी तक नाबालिग पीड़िता के स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ है। उसका इलाज आरंग के निजी अस्पताल में जारी है। यहां वो आईसीयू में भर्ती है और रिकवरी के लिए जूझ रही है। चिकित्सक अभी भी ऑब्जर्वेशन में होने और हालात में थोड़े दिन बाद सुधार की बात कह रहे हैं।
आश्रम संचालक पर हो कड़ी कार्रवाई- कलार समाज
इस संबंध में कलार समाज के जिलाध्यक्ष नीरज गजेंद्र के साथ अन्य पदाधिकारियों ने एसपी को सही जांच और कड़ी कार्रवाई के लिए ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उन्होंने कहा कि आश्रम व संचालक पर भी कड़ी कार्रवाई हो, जिसके संरक्षण में ऐसा बर्बर कृत्य हुआ है, साथ ही उसकी भूमिका के संबंध में भी जांच हो।
समाज कल्याण विभाग को नहीं है जानकारी- उपसंचालक
जय गुरुदेव मानस आश्रम पतेरापाली के संचालन के संबंध में समाज कल्याण विभाग की उपसंचालक संगीता सिंह ने बताया कि हमारे पास इस आश्रम के संचालन के संबंध में कोई जानकारी नहीं है।
आश्रम की भी हो रही जांच- एएसपी आकाश राव
ASP आकाश राव ने कहा कि परिजनों के बयान के आधार पर आरोपियों पर कार्रवाई की जा रही है। सेवादारों के बाद संचालक कथित गुरु रमेश ठाकुर को भी गुरुवार देर रात गिरफ्तार किया गया। वहीं आश्रम की जांच भी पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह के आदेश पर जांच की जा रही है।