रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज अविभाजित मध्यप्रदेश शासन के पूर्व मंत्री तथा छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व सदस्य स्वर्गीय श्री लीलाराम भोजवानी और अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा और छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व सदस्य स्वर्गीय डॉ. रामलाल भारद्वाज को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने श्री भोजवानी और श्री भारद्वाज का निधन उल्लेख करते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि स्वर्गीय श्री लीलाराम भोजवानी श्रमिक आंदोलन के पुरोधा थे। उन्होंने लम्बे समय तक पत्रकारिता की और जन पक्षधर पत्रकार के रूप में अपनी पहचान बनाई। वे हमेशा लोगों की मदद के लिए तत्पर रहते थे। वे मजदूर नेता, पार्षद, विधायक और अविभाजित मध्यप्रदेश में श्रम राज्य मंत्री रहे। वे वर्ष 1990 और 1998 में राजनांदगांव विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए। उन्होंने संगठन और सार्वजनिक जीवन में अनेक पदों को सुशोभित किया। वे राजनांदगांव जिले के लिए आधार स्तंभ की तरह थे। उनका जाना हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है। मुख्यमंत्री श्री साय ने डॉ. रामलाल भारद्वाज को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे अविभाजित मध्यप्रदेश के रायपुर जिले के पलारी से वर्ष 1998 में विधायक निर्वाचित हुए। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद 2003 तक वे छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य रहे। वे सहज-सरल व्यक्तित्व के धनी समाज से जुड़े नेता थे। उन्होंने विधानसभा की विभिन्न समितियों में भी कार्य किया। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, विधायक श्री बृजमोहन अग्रवाल, श्री धरमलाल कौशिक, श्री पुन्नूलाल मोहिले ने भी श्री भोजवानी और श्री भारद्वाज के व्यक्तित्व की विशेषताओं और उनके कार्यों के बारे में बताया। सदन में दो मिनट का मौन रखकर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी गई।