बिलासपुर: SDM ऑफिस में काम कराने वाले लोगों से अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है। जमीन की बी-1 और बी-2 की सत्यापित प्रतिलिपि निकलवाने गए एडवोकेट से एक कर्मचारी उससे दो हजार रुपए की मांग करने लगा। जब उन्होंने वीडियो बनाना शुरू किया, तब कर्मचारी कहने लगा कि फोटोकाफी का 200 रुपए ले रहा है। अब यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। एडवोकेट का कहना है कि ऐसे मामलों में शिकायत के बाद भी अफसर कार्रवाई नहीं करते। जिसके कारण उन्होंने वीडियो बनाया है।
एडवोकेट मनीष कौशिक ने बीते 6 जुलाई को जमीन की नकल रिकार्ड के लिए आवेदन दिया था। डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी अब तक उन्हें नकल नहीं दिया जा रहा है, जिसके कारण वह अपने पक्षकार के साथ भटक रहे हैं। इस बीच बुधवार को वकील अपने पक्षकार के साथ नकल लेने के लिए फिर से पहुंचे, तब वहां के कर्मचारी दो हजार रुपए की डिमांड करने लगा। दो महीने तक भटकने और पैसों की मांग करने से परेशान एडवोकेट ने जब कर्मचारी का जब वीडियो बनाना शुरू किया, तब कर्मचारी कहने लगा कि फोटो काफी के लिए 200 रुपए ले रहा है। इसके लिए उसे कोई लिखित में आदेश नहीं दिया गया है।
शिक्षा विभाग से तहसील ऑफिस में अटैच है कर्मचारी।
खुलेआम करते हैं अवैध उगाही
बताया जा रहा है कि यहां अफसरों की सह पर इस तरह से खुलेआम उगाही का खेल चलता है। हाल ही में फर्जी आय, जाति, निवास और आमदनी प्रमाण बनाने का भी मामला सामने आया था। वहीं, अब रिकार्ड निकलवाने वाले लोगों से खुलेआम रिश्वत लेने का वीडियो सामने आया है।
फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वालों का है गैंग
तहसील ऑफिस में हर काम के लिए बकायदा एजेंट रहते हैं, जो इस तरह से काम कराने के एवज में अवैध वसूली करते हैं। उनका कर्मचारी और अफसरों से सेटिंग रहता है, जिसके कारण काम आसानी से हो जाता है। अफसर के नहीं रहने पर भी एजेंट सील व साइन कर प्रमाणपत्र बना देते हैं। कुछ दिन पहले ऐसे ही यहां फर्जी आय, जाति और आमदनी प्रमाण पत्र बनाने का मामला सामने आया था, जिसमें तहसीलदार अतुल वैष्णव ने थाने में केस दर्ज कराया है।