स्वास्थ्यकर्मी की हत्या मामले में नगर पंचायत CMO सहित 4 गिरफ्तार।
Gariaband: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में एक स्वास्थ्य कर्मचारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में नगर पंचायत के CMO (चीफ म्यूनिसिपल ऑफिसर) सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि चारों ने जुआ खेलने के विवाद में कर्मचारी की हत्या की है।
SDOP पुष्पेंद्र नायक ने बताया कि, फिंगेश्वर क्षेत्र में 13 नवंबर को स्वास्थ्य कर्मचारी की हत्या की गई थी। वारदात के बाद आरोपी CMO केशराम साहू और उसके दोस्त भाग निकले थे। इन लोगों में जुआ खेलने के दौरान हिसाब पूछने को लेकर विवाद हुआ था।
नगर पंचायत CMO केशराम को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
क्या है पूरा मामला ?
आरंग के समोदा नगर पंचायत में CMO केशराम साहू और गोहारापदर में पदस्थ स्वास्थ्य कर्मचारी नेम सिंह ध्रुव दोनों सेंदर गांव के रहने वाले हैं। दिवाली की छुटि्टयों में दोनों गांव आए थे। सोमवार को गौरा-गौरी का विसर्जन कार्यक्रम था। इस दौरान केशराम अपने दोस्तों और नेम सिंह ध्रुव के साथ जुआ खेल रहा था।
पुलिस ने हत्या के आरोप में चार दोस्तों को गिरफ्तार किया।
नेम सिंह को औकात में रहने बोला CMO
जुआ खेलने के दौरान स्वास्थ्य कर्मचारी नेम सिंह ध्रुव ने केशराम से हार-जीत की स्थिति पूछी। इस पर CMO केशराम साहू भड़क गया। उसने गुस्से में धमकी देते हुए नेम सिंह को औकात में रहने के लिए कहा। इसके चलते विवाद बढ़ गया। आरोपी केशराम ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर नेम सिंह पर हमला कर दिया।
मौत के बाद ग्रामीणों ने खोला था मोर्चा।
इलाज के दौरान तोड़ा था दम
आरोपियों ने नेम सिंह को लात-घूंसों से जमकर पीटा और लहूलुहान हालत में उसे वहीं छोड़कर भाग निकले। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और घायल नेम सिंह को पास स्थित महासमुंद जिले के अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
स्वास्थ्य कर्मी नेमसिंह ध्रुव (फाइल फोटो)
पुलिस ने इस मामले में CMO केशराम सहित उसके दोस्तों टेमन साहू, नोशराम साहू, देवराज और राकेश को गिरफ्तार किया है। चारों आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि CMO को उसके ही दफ्तर से पकड़ा गया है।
पुलिस ने बताया कि गरियाबंद के व्यक्ति की महासमुंद अस्पताल में मौत हुई थी। थाने से जांच फाइल ट्रांसफर होने में देरी हुई। इसके साथ ही पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मारपीट से मौत का खुलासा नहीं हुआ था। SSL रिपोर्ट में मारपीट से मौत की पुष्टि होने के बाद गिरफ्तारी की गई है।
वारदात के वक्त छत्तीसगढ़ में आचार संहिता लागू थी। अफसरों को मुख्यालय नहीं छोड़ने का फरमान भी जारी था। आरंग ब्लॉक में पदस्थ CMO अपना मुख्यालय छोड़कर घर आया हुआ था। वारदात की जानकारी भी सार्वजनिक हो चुकी थी।