सक्ती: जिले में शासकीय भूमि में कूटरचना (forgery) कर धोखाधड़ी करने वाले फरार आरोपी पटवारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पटवारी पर सरकारी भूमि को बिना न्यायालय के आदेश के दूसरे के नाम पर चढ़ाने का आरोप है। आरोपी पटवारी पिछले 2 साल से फरार था, जिसे पुलिस ने बिलासपुर से गिरफ्तार किया है।
आरोपी पटवारी पर पुलिस ने 5 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। मामला सक्ती थाना क्षेत्र का है।
बिलासपुर से आरोपी पटवारी को गिरफ्तार किया गया है।
शासकीय भूमि में कूटरचना कर मकान बनाने की शिकायत
जानकारी के मुताबिक, सक्ती के तत्कालीन नायब तहसीलदार शिव कुमार डनसेना ने शासकीय भूमि में कूटरचना (forgery) कर मकान बनाने और धोखाधड़ी करने की शिकायत की जांच की थी। इसके बाद सक्ती थाने में हेमलता बंसल और तत्कालीन पटवारी कुंज बिहारी बैसवाड़े के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का आवेदन पेश किया था।
बिलासपुर हाईकोर्ट से महिला को मिली थी अग्रिम जमानत
इस पर सक्ती थाने में दोनों आरोपियों हेमलता बंसल और तत्कालीन पटवारी कुंज बिहारी बैसवाड़े के खिलाफ 4 सितंबर 2021 को धारा 420, 467, 468, 471, 34 के तहत केस दर्ज किया गया था। इस मामले में हेमलता बंसल को बिलासपुर उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत मिल गई थी।
पटवारी कुंज बिहारी बैसवाड़े को बिलासपुर से किया गया गिरफ्तार।
मामला दर्ज होने के बाद से ही फरार चल रहा था पटवारी
मामला दर्ज होने के बाद से आरोपी पटवारी कुंज बिहारी बैसवाड़े फरार चल रहा था, जिसकी तलाश की जा रही थी। इस बीच पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि फरार पटवारी कुंज बिहारी बैसवाड़े बिलासपुर में छिपा हुआ है।
पुलिस ने किया गिरफ्तार
इसके बाद पुलिस टीम बिलासपुर पहुंची और उसे वहां से गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। कुंजबिहारी बैसवाड़े को साल 2011 में ऐसे ही एक मामले में न्यायालय द्वारा सजा भी दी जा चुकी है।