Bilaspur: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर सेंट्रल जेल में बंद कुख्यात कैदी पेशी से लौटते समय फिल्मी स्टाइल में चलती ट्रेन से फरार हो गया। दरअसल, हत्या सहित अन्य मामलों के बदमाश कैदी का दुर्ग अदालत में पेशी थी। बिलासपुर से दो पुलिसकर्मी उसे पेशी पर ले गए थे। शिवनाथ एक्सप्रेस में दुर्ग से लौटते समय वह पुलिसकर्मियों को चकमा देकर रायपुर स्टेशन के पास ट्रेन से कूद गया। जीआरपी इस केस की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार मूलत: उत्तरप्रदेश के फतेहपुर थाना चांदपुर के गोपालपुर दाघोरा का रहने वाला सुनील कुमार उर्फ बलिकरण पिता कंचन साहू हत्या के केस में केंद्रीय जेल बिलासपुर में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। पहले वह रायपुर जेल में बंद था। साल 2018 में उसे दुर्ग जेल भेजा गया। फिर बाद में उसे 2021 में बिलासपुर जेल ट्रांसफर किया गया। तब से वह यही सजा काट रहा था।
दुर्ग में पेशी से लौटते समय हुआ फरार
कैदी के खिलाफ दुर्ग जिला न्यायालय में भी केस चल रहा है, जिसकी बुधवार को पेशी थी। बिलासपुर पुलिस लाइन के प्रधान आरक्षक देवचरण मरावी और आरक्षक विकास कुर्रे उसे ट्रेन से पेशी में लेकर दुर्ग गए थे। शाम को पेशी होने के बाद दोनों पुलिसकर्मी उसे बिलासपुर लेकर लौट रहे थे। सभी शिवनाथ एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में बैठे थे। रायपुर के सिलयारी स्टेशन के पास कैदी ने पुलिसकर्मियों को टायलेट जाने की बात कही। इस पर हथकड़ी लगे कैदी को लेकर पुलिसकर्मी बाथरूम ले गए। बाथरूम के बाहर पुलिसकर्मी उस पर नजर रखे हुए थे। बाहर निकलकर वह बेसिन में हाथ-मुंह धोने लगा। तभी ट्रेन की रफ्तार धीमी होने पर वह हथकड़ी समेत कूद गया।
बिलासपुर पहुंचने के बाद पुलिसकर्मियों ने जीआरपी में केस दर्ज कराया है।
अंधेरा होने के कारण नहीं दिखा कैदी
इधर, पुलिसकर्मियों ने कैदी के फरार होने की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिसकर्मियों ने बताया कि ट्रेन से कैदी के कूदने के बाद उन्होंने उसकी तलाश की। लेकिन, अंधेरा होने के कारण कैदी भागने में कामयाब हो गया। जीआरपी ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिसकर्मियों की लापरवाही आई सामने
दरअसल, कैदी के ट्रेन से फरार होने के इस केस में पुलिसकर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मी उसे अपने साथ बाथरूम लेकर नहीं गए, जिसके चलते वह मौका पाकर पुलिसकर्मियों के सामने चलती ट्रेन से कूद गया और पुलिसकर्मी देखते रह गए।
सेंट्रल जेल बिलासपुर में बंद था कुख्यात बदमाश।
कुख्यात अपराधी रहा है फरार कैदी
बताया जा रहा है कि सुनील कुमार उर्फ बलिकरण उत्तरप्रदेश का कुख्यात अपराधी रहा है। उसने हत्या की चार वारदात को अंजाम दिया था, जिस पर उसे मृत्युदंड की सजा दी गई थी। बाद में अपील पर उसकी सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया गया। चार मर्डर का केस के साथ ही रायपुर और दुर्ग में भी उसके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज था। बुधवार को दुर्ग जिले के केस में ही उसकी पेशी थी।