मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर: छत्तीसगढ़ में विकासकार्यों को लेकर सांसदों ने कितना खर्च किया है। इसे लेकर केंद्र सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने रिपोर्ट जारी किया है। सांसद निधि से खर्च करने बिलासपुर से पूर्व सांसद अरुण साव का नाम सबसे पीछे है। वहीं, राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय सबसे आगे है। हर सांसद को 12-12 करोड़ रुपए दिए गए थे।
प्रदेश के 11 लोकसभा सांसदों को 132 करोड़ रुपए दिए गए थे। राजनांदगांव से भाजपा सांसद संतोष पांडेय के सांसद फंड के तहत खाते में 12 करोड़ में से सिर्फ 1 करोड़ 33 लाख रुपए बचे हैं। दूसरे नंबर पर दुर्ग से भाजपा सांसद विजय बघेल हैं। जिनके खाते में अब 2 करोड़ 40 लाख रुपए बचे हैं।
सांसद निधि की राशि खर्च करने में तीसरे नंबर पर रायपुर से भाजपा सांसद सुनील सोनी है। सुनील सोनी के खाते में अब भी 2 करोड़ 83 लाख रुपये हैं।
सांसद का नाम | पार्टी | शेष राशि करोड़ में |
अरुण साव | भाजपा | 4.95 |
गोमती साय | भाजपा | 4.77 |
चुन्नीलाल साहू | भाजपा | 4.12 |
दीपक बैज | कांग्रेस | 4.01 |
गुहराम अजगले | भाजपा | 3.76 |
रेणुका सिंह | भाजपा | 3.29 |
ज्योत्सना महंत | कांग्रेस | 3.09 |
मोहन मंडावी | भाजपा | 2.88 |
सुनील सोनी | भाजपा | 2.83 |
विजय बघेल | भाजपा | 2.40 |
संतोष पांडेय | भाजपा | 1.33 |
इन्होंने खर्च करने में बरती कंजूसी
पूर्व सांसद अरुण साव सबसे पीछे है। अब तक मिले कुल 12 करोड़ में साव ने 7 करोड़ 5 लाख खर्च किये हैं। 4 करोड़ 95 लाख अब तक अरुण साव ने खर्च नहीं किये है। वहीं, रायगढ़ से पूर्व सांसद गोमती साय अब तक 4 करोड़ 77 लाख रुपये नहीं खर्च कर पाई है। महासमुंद से सांसद चुन्नीलाल साहू अब तक 4 करोड़ 12 लाख रुपये नहीं खर्च कर पाए हैं।
इकलौती मंत्री भी राशि खर्च न करने में 6वें स्थान पर
केंद्र की मोदी सरकार में प्रदेश से इकलौती केंद्रीय राज्य मंत्री रही रेणुका सिंह भी सांसद निधि की राशि खर्च न करने के मामले में 6वें स्थान पर है। अब तक मिले 12 करोड़ रुपये में से वो 3 करोड़ 29 लाख रुपए खर्च नहीं कर पाई है। इसके अलावा कांग्रेस से ज्योत्सना महंत 7वें स्थान पर हैं।
(Bureau Chief, Korba)