BILASPUR: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक साइबर फ्रॉड के शिकार हो गए। आरबीआई अफसर बनकर ठगों ने उन्हें कॉल किया और कहा कि उनकी प्रोविडंट फंड (PF) में ओवर ड्राफ्ट हो गया है, जिसकी जांच होगी तो रिकवरी होगी और उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है। ठगों ने उन्हें सेटलमेंट कराने का झांसा दिया और किश्तों में ऑनलाइन 43 लाख रुपए जमा करा लिए। उनकी शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मामला रेंज सायबर थाने का है।
तोरवा क्षेत्र के देवरीखुर्द में रहने वाले जार्ज मिंज केंद्रीय सांख्यिकी विभाग में सहायक निदेशक के पद पर पदस्थ थे। 62 साल की आयु के बाद उनका रिटायरमेंट हुआ, तब उनके खातें पेंशन, ग्रेच्युटी सहित अन्य देयकों की राशि का भुगतान किया गया। राशि उनके बैंक अकाउंट में जमा हुआ। इसके कुछ समय बाद तीन पहले उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने उन्हें बताया कि वो आरबीआई के अफसर हैं। उनके बैंक अकाउंट में ओवर ड्राफ्ट हो गया है, जिसकी जांच की जाएगी और रिकवरी होगी। उन्हें यह भी बताया कि पीएफ की राशि में हेरफेर हुई है, जिसे रिजर्व बैंक से सेटलमेंट कराना होगा।
ठगों ने ऑनलाइन ट्रांसफर कराए पैसे।
सेटलमेंट कराने दिया झांसा और किश्तों में वसूले पैसे
रिटायर्ड अफसर ने पुलिस को बताया कि कथित आरबीआई अफसरों ने अलग-अलग नंबर से कॉल कर उन्हें डराया। फिर सेटलमेंट कराने का झांसा देकर पैसों की मांग की। उनकी बातों में आकर उन्होंने पहले प्रोसेस के नाम पर शुल्क जमा किया। इसके बाद अलग-अलग बहाने से उनसे 43 लाख 38 हजार रुपए ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद भी उनसे और पैसों की मांग की गई, तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने इस घटना की जानकारी रेंज सायबर थाने में दी। उनकी शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इधर, युवक से डेढ़ लाख की आनलाइन ठगी
सिविल लाइन क्षेत्र के नेहरू नगर में रहने वाले सुनील कुमार ने आनलाइन ठगी की शिकायत की है। उसने पुलिस को बताया कि उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आया था, जिसके बाद ठगों ने उन्हें बातों में उलझाकर बैंक संबंधी जानकारी ले ली और उसके बैंक खाते से एक लाख 54 हजार 850 रुपए पार कर दिए। शिकायत पर साइबर थाने में धोखाधड़ी और आइटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर किया गया है।
साइबर एक्सपर्ट बोले- अनजान नंबर से कॉल आने पर रहें सावधान
साइबर एक्सपर्ट व IPS संदीप पटले ने बताया कि सोशल मीडिया या व्हाट्सऐप पर अनजान नंबरों से आने वाले कॉल से सावधान रहें, क्योंकि ऐसे नंबर साइबर फ्रॉड के होते हैं, जो उनसे बैंक या पैसों के लेनदेन संबंधी बातें करते हैं। उनसे अपनी निजी जानकारी, बैंक डिटेल संबंधी जानकारी शेयर ना करे। किसी भी प्रकार के थर्ड पार्टी ऐप डाउनलोड न करें। साथ ही किसी भी प्रकार के लुभाने वाले स्कीम या लालच में ना आए। सोशल मीडिया पर चल रहे लाइक, सब्सक्राइब और इनकम जैसे फ्रॉड स्कीम से बचे। क्योंकि, कोई भी व्यक्ति या संस्था इस तरह से घर बैठे कमाई करने वाला काम नहीं करता। इस तरह से छोटी-छोटी बातों को जानकर लोग साइबर फ्रॉड के शिकार होने से बच सकते हैं।