- चना एवं गेंहू की फसलों के लिए ऋणों में लगभग दोगुनी वृद्धि
रायपुर: प्रदेश में चालू रबी मौसम मे सहकारी बैंकों के माध्यम से एक लाख 85 हजार किसानों को अब तक 415 करोड़ रूपए का ऋण वितरित किया जा चुका है। वितरित ऋणों में गेंहू की फसल के लिए 110.50 करोड़ रूपए, चने की फसल के लिए 181.36 करोड़ रूपए, उद्यानिकी फसलों के लिए 14 करोड़ रूपए एवं अन्य फसलों के लिए 110 करोड़ रूपए के ऋण किसानों को दिए गए है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य शासन द्वारा निरंतर गेंहू, चना एवं उद्यानिकी फसलों को प्रोत्साहित करने हेतु चलाए गये अभियान के कारण ही इन फसलों के रकबे और ऋण वितरण में वृद्धि हुई है। कृषि के फसलों के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों के लिए भी राज्य शासन द्वारा ब्याज मुक्त (शून्य प्रतिशत) कृषि ऋण की व्यवस्था सहकारी समितियों के माध्यम से पहली बार की गई है। गतवर्ष इसी अवधि में एक लाख 9 हजार किसानों को 239 करोड़ रूपए के ऋण वितरित किये गये थे। चना एवं गेंहू की फसलों के लिए ऋणों में लगभग दोगुनी वृद्धि हुई है।
किसानों के लिए सहकारी समितियों के माध्यम से 98 हजार 279 मिटरिक टन रासायनिक उर्वरकों का भण्डारण किया गया है और 36 हजार 794 मिटरिक टन का खाद वितरण किसानों को किया गया है। इसी अवधि में गतवर्ष समितियों के माध्यम से 14 हजार 855 मिटरिक टन रासायनिक खाद का वितरण किसानों किया गया था। इस वर्ष रबी मौसम में 80 हजार 609 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद का वितरण किसानों को किया गया है।
गौरतलब है कि राज्य शासन की ब्याज अनुदान योजना के अंतर्गत सहकारी समितियों के माध्यम से इस वर्ष अब तक 15.88 लाख किसानों को 5978 करोड़ रूपए का ऋण वितरण किया जा चुका है। गत वर्ष इसी अवधि में 4986 करोड़ रूपए का ऋण वितरण किसानों को किया गया था। सहकारी समितियों के माध्यम से इस वर्ष लगभग 1000 करोड़ रूपए से अधिक के ऋण वितरित किए गए है।