बालोद: जिले में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर शहर की शबनम खान ने हिंदू धर्म अपना लिया। उनका नाम अब रानी गौर हो गया है। शबनम शहर के पांडे पारा की रहने वाली हैं, जिन्हें विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हिंदू धर्म में प्रवेश कराया।
शबनम ने बताया कि मैं सनातन संस्कृति से काफी प्रभावित हूं, इसलिए हिंदू धर्म अपना रही हूं। मेरे पति का नाम मनोज गौर है, तो मैं अपने मुस्लिम धर्म को छोड़कर हिंदू धर्म में प्रवेश कर रही हूं। उन्होंने कहा कि वे अपने पति के साथ उनके धर्म में रहकर जीवनयापन करना चाहती हैं।
शबनम अब कहलाएगी रानी गौर
हिंदू धर्म अपनाने के बाद शबनम खान का नाम रानी गौर हो गया है। उन्होंने अपना नामकरण स्वयं ही किया है। उन्होंने कहा कि मैं सनातन संस्कृति की रक्षा के अभियान में आगे आना चाहती हूं। इसके लिए मुझसे जो भी हो सकेगा, मैं करूंगी।
शबनम ने भगवान शिव की पूजा की।
पशुपतिनाथ का रखा था व्रत
शबनम ने बताया कि आज मैं विधि-विधान से हिंदू धर्म में प्रवेश कर रही हूं। उन्होंने महाशिवरात्रि के मौके पर भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना भी की। उन्होंने मंदिर पहुंचकर दीप प्रज्ज्वलित किया। उन्होंने बताया कि वह काफी समय से हिंदू धर्म को मानती आ रही हैं और उन्होंने पशुपतिनाथ का व्रत भी रखा था।
शबनम का नाम आज से होगा रानी।
हिंदू राष्ट्र बने भारत
शबनम ने कहा कि वे चाहती हैं कि भारत हिंदू राष्ट्र बने। हम सबको इसकी शपथ लेनी चाहिए कि हम इसे हिंदू राष्ट्र बनाने में अपना योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति ही सबसे पुरानी संस्कृति है और इसी से ही देश का भला हो सकता है। उन्होंने हिंदू धर्म के लोगों को यह संदेश दिया कि आप सनातन संस्कृति से ही जुड़े रहें। किसी और धर्म में अपना परिवर्तन ना करें। इससे बेहतर धर्म कुछ नहीं हो सकता।
विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता रहे मौजूद
शहर के पांडे पारा स्थित शिव मंदिर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। वे भक्तों की सहूलियत के लिए वहां पहुंचे हुए थे। जिला महामंत्री सतीश विश्वकर्मा कहा कि बड़े हर्ष का विषय है कि हमारी बहन शबनम आज हमारे पुरातन संस्कृति में प्रवेश कर रही हैं। शबनम द्वारा इस धर्म को अपनाने के लिए हम उनका आभार व्यक्त करते हैं। संयोजक उमेश कुमार सेन ने कहा कि यहां पर आज विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है। हम तमाम उन भाई-बहनों का सम्मान करते हैं, जो हमारी संस्कृति की रक्षा के लिए आगे आना चाहते हैं। इस मौके पर विहिप के महामंत्री सतीश विश्वकर्मा भी मौजूद रहे।