बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कैबिनेट में बलौदाबाजार विधानसभा से बीजेपी विधायक टंकराम वर्मा अब मंत्री बन गए हैं। टंकराम कभी जिस मंत्री के पीए हुआ करते थे, अब उन्हीं के साथ मंत्री पद की शपथ लेंगे। टंकराम वर्मा और उनके साथ 9 मंत्रियों ने राजभवन में शपथ ली।
बलौदाबाजार के लोगों ने और कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनके मंत्री बनने से निश्चित ही जिले का विकास होगा और अवैध कारोबार में अंकुश लगेगा। लोगों में खुशी का माहौल है। कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटी और फटाखे भी फोड़े।
में बलौदाबाजार विधानसभा से बीजेपी विधायक टंकराम वर्मा अब मंत्री बन गए हैं।
टंकराम वर्मा कभी पीए थे अब मंत्री
विधायक से मंत्री टंकराम वर्मा को मंत्रालय में कामकाज का लंबा अनुभव है। वह दयालदास बघेल के पीए भी थे। साथ ही कुर्मी समाज में उनकी अच्छी खासी पकड़ है। वह टंकराम वर्मा भागवत कथा और रामायण पाठ करवाने के लिए अपने क्षेत्र में जाने जाते हैं। सांसद और मंत्री के पीए रहने के बाद वर्मा खुद मंत्री बने हैं।
गांव के लोगों से मुलाकात करते हुए टंकराम नेताम।
टंकराव वर्मा के बारे में जानकारी
टंकराम वर्मा का जन्म 12 जून 1962 को बलौदाबाजार जिले के चांपा गांव में हुआ था। उन्होंने एमए (राज, शास्त्र, समाज शास्त्र), एलएलबी की पढ़ाई की है। वह स्व. सोनचंद वर्मा और स्व. गेंदी बाई वर्मा के बेटे हैं। टंकराम की पत्नी का नाम किरण वर्मा है और उनके 2 बेटे और 1 बेटी है।
वर्तमान दायित्व
- जिला पंचायत रायपुर उपाध्यक्ष
- रायपुर जिला ग्रामीण जिलाध्यक्ष
- अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा छत्तीसगढ़ उपाध्यक्ष
- छग मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज केन्द्रीय इकाई (छत्तीसगढ़)
- 1979 में शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला गुमा ( पलारी) में छात्रसंघ अध्यक्ष
- 1982 में शा. डी.के.एस. महाविद्यालय बलौदा बाजार में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी
- 1986 में बी.टी.आई. महासमुन्द प्रशिक्षार्थी परिषद अध्यक्ष
- 1993 मध्यप्रदेश शिक्षक संघ विकास खण्ड बलौदाबाजार अध्यक्ष
- 1996 में मध्यप्रदेश शिक्षक संघ रायपुर जिला उपाध्यक्ष
- 1998 में छ.ग. मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज पलारी राज का युवा अध्यक्ष
विशेष उपलब्धियां
- बलौदाबाजार विधानसभा क्षेत्र के विकास खंड तिल्दा (जिला रायपुर) के क्षेत्र कमांक 6 से जिला पंचायत का चुनाव सर्वाधिक 12179 ( बारह हजार एक सौ उन्यासी) मतों से जीता और जिला पंचायत रायपुर का उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए।
- बलौदाबाजार विधानसभ क्षेत्र में 1993 से लगातार (लगभग 30 वर्ष) सतत् कार्य किया। क्षेत्र के विकास और निर्माण कार्यों में विशेष योगदान रहा। क्षेत्र में निरंतर संम्पर्क सबके सुख दुःख में शामिल और जरूरतमंद लोगों का हर संभव सहायता की।
टंकराम वर्मा के परिवार और गांव में खुशी का माहौल
टंकराम वर्मा के गांव चापा और पलारी में उनके भाई रामनाथ वर्मा के घर काफी उत्साह है। लोगों का कहना है कि कभी सोचे नहीं थी कि उनका भाई और गांव का बेटा एक दिन मंत्री बन जाएगा, क्योंकि एक शिक्षक और बहुत ही सहज-सरल स्वभाव के व्यक्ति हैं। टंकराम वर्मा हर किसी के साथ काफी सहजता मिलने हैं। जब उनके मंत्री बनने की घोषणा हुई तो गांव के लोग उत्साह से भर उठे।
जानिए टंकराम वर्मा के बारे में
कुर्मी समाज से आने वाले टंकराम वर्मा पहली बार विधानसभा चुनाव लड़े और जीते। 61 वर्षीय टंकराम वर्मा ने एलएलबी की पढ़ाई की है। वह 1993 से सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय हैं। क्षेत्र में रामायण और भागवत कथा करवाने के नाम से टंकराम वर्मा को ख्याति मिली हुई है। वह वर्तमान में बलौदा बाजार भाटापारा जिले के ग्रामीण भाजपा जिला अध्यक्ष हैं।
मंत्री बनने पर क्या बोले टंकराम वर्मा ?
टंकराम वर्मा ने कहा कि मैं सरकारी नौकरी में था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के विचारधारा से जुड़ा हुआ था। मेरे काम को देखकर बड़े-बड़े नेताओं के साथ निजी पद स्थापना में रहकर काम किया। इसके साथ ही मैं पार्टी की सेवा करता रहा। क्षेत्र में काम करते रहा। मेरा काम हाईकमान तक पहुंचा। बाद में पार्टी ने मुझे बड़ी जिम्मेदारी भी दी।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुझे सीधे बलौदाबाजार जिला अध्यक्ष बना दिया। इससे पहले मैं मंडल और बूथ का अध्यक्ष भी नहीं था, उन जिम्मेदारियों को बड़ी जिम्मेदारी से निभाया। पार्टी ने जिला पंचायत का उपाध्यक्ष बनाया और टिकट देकर विधायक बनाया और अब मंत्री बनाया है। मैं पार्टी केंद्र के नेताओं के प्रति आभार व्यक्त करता हूं कि मुझे इस लायक समझा। मैं नेताओं की अपेक्षा के अनुरूप काम करुंगा और अच्छा काम करके दिखाउंगा।