दुर्ग: जिले के छावनी थाने में बीती देर रात कुछ ऐसा हुआ, जिसकी चर्चा पूरे शहर में है। दरअसल भाजयुमो के भिलाई जिलाध्यक्ष अमित मिश्रा के खिलाफ कुछ दिन पहले छावनी थाने में अपराध दर्ज हुआ था। इस मामले में देर रात वो छावनी थाने गिरफ्तारी शो करने और जमानत लेने आए थे। अमित को थाने में देख ड्यूटी पर तैनात एसआई नरेश सार्वा ने अपनी कुर्सी छोड़ दी। इसके बाद विवेचक की कुर्सी में बैठक कर आरोपी ने अपनी गिरफ्तारी दर्ज करवाई और जमानत भी ली। आपको बता दें कि भिलाई जिले के भाजयुमो जिलाध्यक्ष अमित मिश्रा के खिलाफ उन्हीं के भाजयुमो मीडिया प्रभारी जीवन गुप्ता ने धमकी देने का आरोप लगाया था। जीवन ने एक ऑडियो क्लिप भी वायरल की थी, जिसमें अमित भाजपा के बड़े नेताओं को गाली देते सुनाई दे रहे हैं। इसके बाद मामला बढ़ा और जीवन की शिकायत पर छावनी पुलिस ने अमित मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसी मामले में छावनी पुलिस को अमित की गिरफ्तारी शो करनी थी। अमित मिश्रा देर रात 11 से 12 बजे के बीच छावनी थाने अपनी गाड़ी से पहुंचे। एसआई नरेश सार्वा ने अमित को यह जानते हुए भी अपनी कुर्सी पर बिठाया को वह उस समय एक नेता नहीं आरोपी के रूप में आए हैं। इसके बाद एसआई छोटी कुर्सी में बैठे। फिर अमित की गिरफ्तारी शो करने और मुचलके पर जमानत देने की कार्रवाई की गई।
जीवन गुप्ता और अमित मिश्रा
अमित ने भी जीवन गुप्ता के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर
भाजयुमो जिलाध्यक्ष अमित मिश्रा ने भास्कर को बताया कि वो खुद अपनी गाड़ी से थाने गए थे। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी शो की। मुचलके पर जमानत कराई। इसके बाद उन्होंने जीवन गुप्ता के खिलाफ भी काउंटर एफआईआर दर्ज कराई। इस दौरान छावनी थाने में बड़ी संख्या में भाजयुमो के कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे।
छावनी पुलिस स्टेशन
जिसने की कार्रवाई उसी ने कहा कोई जानकारी नहीं
भाजयुमो जिलाध्यक्ष अमित मिश्रा की गिरफ्तारी और जमानत के बारे में जब एसआई नरेश सार्वा से पूछा गया तो उन्होंने कोई भी जानकारी होने से मना कर दिया। इतना ही नहीं वो मीडिया को फोटो वीडियो शूट करने से भी मनता करते रहे।